Mandi Lok Sabha Elections: मंडी लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने आखिरकार अपने पत्ते खोल ही दिए। हिमाचल प्रदेश सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह को कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने मंडी लोकसभा से चुनावी मैदान में उतार दिया है। अब सिंह का मुकाबला बीजेपी की उम्मीदवार कंगना रन्नौत से होगा। कंगना लगातार मंडी लोकसभा क्षेत्र में जाकर कांग्रेस सरकार पर निशाना साध रही हैं। कांग्रेस ने जिसे मंडी लोकसभा से उम्मीदवार बनाया, उन्हें वह पप्पू कह चुकी हैं। इस पर पहली बार विक्रमादित्य सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा कि मैं कंगना रन्नौत का बहुत सम्मान करता हूं। लेकिन मैं उनसे आग्रह करना चाहूंगा कि आरोप लगाने से पहले उन्हें पहले डेटा पढ़ लेना चाहिए। वह सार्वजनिक रैलियों में मुख्यमंत्री के खिलाफ जो आरोप लगा रही हैं, वहां वह बिना होमवर्क किए जा रही हैं।बोलने से पहले इसकी गंभीरता को समझें। उन्होंने कहा कि आपको सुबह कागज का एक टुकड़ा दिया जाता है और आप इसे जोर से पढ़ते हैं। यह सही नहीं है। यह 'हिंदुत्व पथ' और दूसरों को हिंदू विरोधी बताना भाजपा और उसके उम्मीदवार की मदद नहीं करने जा रहे हैं। यहां भाजपा और उनके उम्मीदवार की दाल नहीं गलने वाली है। उन्होंने कहा कि वह हिन्दुत्व की बात करते हैं, लेकिन हम उनसे बड़े हिंदू हैं। हम चुनाव में हिन्दुत्व का मुद्दा लेकर जाएंगे।
यहां बताते चले कि मौजूदा समय में मंडी लोकसभा से कांग्रेस प्रतिभा सिंह सांसद हैं। हालांकि, इस बार उनके बेटे और सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह को टिकट दिया गया है। शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस की सीईसी की बैठक हुई। इस बैठक के बाद ऐलान किया गया कि मंडी लोकसभा से विक्रमादित्य सिंह को चुनाव लड़ना है।
कंगना ने कहा, दोनो पप्पुओं से कोई उम्मीद नहीं
11 अप्रैल को एक चुनावी सभा में कहा कि एक बड़ा पप्पू दिल्ली में रहता है और हमारे यहां भी एक छोटा पप्पू रहता है। इनसे कोई उम्मीद नहीं कर सकता है। बड़ा पप्पू कहता है शक्ति का विनाश कर देना है। बड़ा पप्पु जब ऐसी बात करता है तो छोटे पप्पू से क्या उम्मीद कर सकते हैं।