नई दिल्ली, 20 अगस्तः राजधानी दिल्ली स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज के लिए कई महीने वेटिंग की खबरें आती रहती हैं। इस स्थिति में लोग अजीबो-गरीब रास्ते अपना रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार को एम्स में एक युवक पकड़ा गया जो डॉक्टरों की पोशाक में वार्ड में घूम रहा था। उसे पुलिस को सौंप दिया गया। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर युवक को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ जारी है।
युवक ने बताया कि एम्स में इलाज करवाना बहुत मुश्किल है। उसकी गर्भवती पत्नी को प्रसूति विभाग में कोई तकलीफ ना हो इसलिए उसने डॉक्टर वाला गाउन पहन लिया। इसके बाद वो आसानी से वार्ड में घूम सकता था और अपनी पत्नी का इलाज करवा सकता था। लेकिन वार्ड में मौजूद सुरक्षाकर्मियों को युवक पर शक हो गया। पूछने पर युवक ने बताया कि वो एम्स के नेफ्रोलॉजी विभाग का सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर है। लेकिन वह पहचान पत्र नहीं दिखा सका। सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया और अस्पताल प्रबंधन को इसकी जानकारी दी। बाद में पुलिस को सौंप दिया गया।
पुलिस की पूछताछ में युवक ने अपना नाम आशीष त्रिपाठी बताया है। वो यूपी के साहिबाबाद का रहने वाला है। उसने ऑपरेशन थिएटर एंड मैनेजमेंट का कोर्स किया हुआ है और फिलहाल एम्स में डायलिसिस के मरीजों को देखता है।
साउथ दिल्ली के डीसीपी रोमिल बानिया ने बताया कि गिरफ्तार फर्जी डॉक्टर का नाम आशीष त्रिपाठी (25) है। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि उसकी पत्नी प्रेग्नेंट है। उसका इलाज चल रहा है। उसे कोई समस्या न आए इस वजह से वह डॉक्टर की तरह ओवरकोट डालकर घूम रहा था।