तिरुवनंतपुरम: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी को संसद से अयोग्य किया जाना भारतीय लोकतंत्र का "सबसे काला दिन" था। कांग्रेस प्रमुख खड़गे ने नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा सरकार लोकतंत्र को खत्म करके देश को तानाशाही की ओर धकेल रही है।
उन्होंने कहा, "जिस दिन राहुल गांधी के खिलाफ सूरत की अदालत का आदेश आया, उसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला को फोन किया। जिसके बाद राहुल गांधी को संसद से अयोग्य ठहराकर सरकारी आवास खाली करने का आदेश दिया गया, जबकि अदालत ने उन्हें दोषी ठहराते हुए उपरी आदालत में अपील के लिए एक महीने का समय दिया था। लेकिन बावजूद उसके मोदी सरकार ने राहुल के खिलाफ बिजली की गति से एक्शन लिया। इस तरह की हरकतें निंदनीय हैं और सरकार लोकतांत्रिक मानदंडों को नष्ट करते हुए देश को तानाशाही की ओर धकेल रही हैं।"
खड़गे ने यह बात केरल के कोट्टायम जिले में जातिगत भेदभाव के खिलाफ एक ऐतिहासिक पुनर्जागरण आंदोलन वैकोम सत्याग्रह के शताब्दी समारोह में कही। कांग्रेस अध्यक्ष पद संभालने के बाद यह केलर की उनकी पहली केरल यात्रा है।
उन्होंने कहा कि भले ही राहुल गांधी के खिलाफ याचिकाकर्ता ओबीसी से नहीं था, लेकिन भाजपा झूठा प्रचार कर रही है कि उन्होंने ओबीसी समुदाय का अपमान किया है। खड़गे ने कहा, "अडानी के साथ मोदी की सांठगांठ के बारे में सवाल उठाने के लिए राहुल गांधी के खिलाफ प्रतिशोध की कार्रवाई की जा रही है।"
इसके साथ ही मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पूरा विपक्ष एकजुट है और 2024 में मोदी सरकार को केंद्र की सत्ता से हटाने के लिए प्रतिबद्ध है। बीते 9 सालों के कार्यकाल में नरेंद्र मोदी सरकार ने देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं को खत्म करके ऐसा आवरण तैयार किया है, जिसमें देश की जनता खौफ में है लेकिन सारे विपक्षी दल एक हैं और मोदी सरकार का विरोध कर रहे हैं।