जयपुर, सात अगस्त राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर का प्रभाव अब नगण्य हो गया है लेकिन विभिन्न देशों तथा देश के कई राज्यों में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए हमें अब भी सतर्कता बरतने और दिशा निर्देशों का लगातार पालन करने की जरूरत है ।
गहलोत ने निर्देश दिए कि राज्य में शिक्षण संस्थाओं को खोलने के संबंध में गठित मंत्रियों की समिति दूसरे राज्यों में संक्रमण की स्थिति एवं शिक्षण संस्थाओं को खोले जाने के वहां के अनुभव के मद्देनजर शिक्षण संस्थाओं को खोलने के सम्बन्ध में उचित निर्णय करे।
मुख्यमंत्री कोरोना संक्रमण एवं टीकाकरण की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों तथा राज्यों में संक्रमण की स्थिति को देखते हुए चिकित्सा विशेषज्ञों ने आशंका व्यक्त की है कि तीसरी लहर का प्रभाव आगामी महीनों में देखा जा सकता है। चिकित्सा सहित अन्य सभी सम्बन्धित विभाग किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि राज्य में टीकाकरण के काम को पूरी मुस्तैदी के साथ संचालित किया जा रहा है और चिकित्सा विभाग आगे भी इसी तरह टीकाकरण कर प्रदेश की जनता को सुरक्षा कवच प्रदान करे।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि राज्य में उपचाराधीन रोगियों की संख्या 233 रह गई है तथा साप्ताहिक संक्रमण दर 0.07 प्रतिशत पर आ गई है। राज्य के 14 जिलों में एक भी संक्रमित नहीं है। राज्य में 18 वर्ष से अधिक आयु के 52 प्रतिशत लोगों को टीके की पहली खुराक तथा 16 प्रतिशत लोगों को दोनों खुराक दी जा चुकी है।
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