नई दिल्ली: लोकसभा और राज्यसभा में शब्दों के इस्तेमाल को लेकर नई गाइडलाइंस जारी की गई हैं। ऐसे में तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा और शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने 'असंसदीय' शब्दों में कुछ नए शब्दों को शामिल करने पर केंद्र सरकार पर तंज कसा है। मोइत्रा और चतुर्वेदी ने गुरुवार को कर इस लिस्ट को लेकर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।
महुआ मोइत्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा, "बैठ जाएं। बैठ जाएं। प्रेम से बोलिए। लोकसभा और राज्यसभा के लिए असंसदीय शब्दों की नई सूची में सांघी शामिल नहीं हैं। मूल रूप से सरकार ने विपक्ष द्वारा इस्तेमाल किए गए सभी शब्दों के इस्तेमाल को रोकने के लिए यह काम किया है। कैसे भाजपा भारत को नष्ट कर रही है और उन पर प्रतिबंध लगा रही है।"
शिवसेना की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने पुराने मीम का हवाला देकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "यह पुराना मीम याद आ गया। अगर करें तो करें क्या, बोलें तो बोलें क्या? सिर्फ वाह मोदी जी वाह! यह पॉप्युलर मीम अब सच्चाई होती नजर आ रही है।" बता दें कि संसद के मानसून सत्र से पहले लोकसभा सचिवालय ने असंसदीय शब्दों पर एक नई पुस्तिका जारी की है।
इसमें जुमलाजीवी, चाइल्ड विट, कोविड स्प्रेडर और स्नूपगेट, यहां तक कि आमतौर पर इस्तेमाल होने वाली शर्म, गाली, विश्वासघात, भ्रष्ट, ड्रामा, पाखंड और अक्षम जैसे शब्दों को अब लोकसभा और राज्यसभा में असंसदीय माना जाएगा। इन शब्दों के अलावा शकुनी, जयचंद, लॉलीपॉप, चांडाल चौकड़ी, गुल खिलाए, पिट्टू आदि शब्दों का भी दोनों सदनों में प्रयोग नहीं होगा।
लोकसभा सचिवालय द्वारा जारी नई पुस्तिका के अनुसार, ऐसे शब्दों के प्रयोग को "गैरकानूनी आचरण" माना जाएगा और यह सदन की कार्यवाही का हिस्सा नहीं होगा। लोकसभा सचिवालय ने असंसदीय शब्द, 2021 शीर्षक के तहत ऐसे शब्दों और वाक्यों का एक नया संकलन तैयार किया है, जिन्हें असंसदीय अभिव्यक्तियों की श्रेणी में रखा गया है।
18 जुलाई से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र से ठीक पहले सदस्यों के उपयोग के लिए जारी इस संकलन में ऐसे शब्द या वाक्य शामिल हैं जिन्हें लोकसभा, राज्यसभा और राज्य विधानसभाओं में वर्ष 2021 में असंसदीय घोषित किया गया था।
इसके अनुसार जो शब्द असंसदीय शब्दों, वाक्यों या अभद्र भावों की श्रेणी में आते हैं उनमें कमीना, काला सत्र, दलाल, खून की खेती, दोहरा चरित्र, बेकार, नौटंकी, ढोल बजाना, बहरा सरकार, चिलम लेना, छोकारा, कोयला चोर, गोरू शामिल हैं। चोर चरस पीते हैं, बैल, खालिस्तानी, विनाश के आदमी, तानाशाह, तानाशाह, अराजकतावादी, देशद्रोही भी असंसदीय शब्दों में शामिल हैं।
संसद में इन शब्दों के इस्तेमाल पर अब बैन
- जुमलाजीवी
- बालबुद्धि
- कोविड स्प्रेडर
- स्नूपगेट
- शर्मिंदा
- दुर्व्यवहार
- विश्वासघात
- भ्रष्ट
- नाटक
- पाखंड
- अक्षम
- धोखा
- अराजकतावादी
- शकुनी
- तानाशाह
- तानाशाही
- जयचंद
- विनाश पुरुष
- खालिस्तानी
- खून से खेती
- दोहरा चरित्र
- निकम्मा
- नौटंकी
- ढिंडोरा पीटना
- बहरी सरकार
- चमचा
- चमचागिरी
- चेला
- बचकानापन
- कायर
- अपराधी
- घड़ियाली आंसू
- अपमान
- गधा
- चश्मदीद
- गुंडागर्दी
- भ्रामक
- झूठ
- असत्य
- गदर
- गिरगिट
- गुंडे
- अपमान
- अहंकार
- काला दिन
- काला बाजारी
- खरीद-फरोख्त
-दलाल
-पिट्ठू
-संवेदनाहीन
-लॉलीपॉप
-दादागिरी
-दंगा
-बेचारा
अंग्रेजी के ये शब्द भी असंसदीय
- ब्लडशेड
- ब्लडी
- बेट्रायेड
- अशेम्ड
- अब्यूज्ड
- चीटेड
-अनार्किस्ट
-डिसग्रेस
-कावर्ड
-क्रिमिनल
-मिसलीड
-इनकॉम्पिटेंट
-हिपोक्रेसी
-हूलीगनिज्म