बिहार: प्रोफेसर से मारपीट के बाद महात्मा गांधी केंद्रीय यूनिवर्सिटी अनिश्चितकाल तक बंद
By एस पी सिन्हा | Published: August 19, 2018 08:18 PM2018-08-19T20:18:32+5:302018-08-19T20:18:32+5:30
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पर टिप्पणी के बाद समाजशास्त्र के प्रोफेसर संजय कुमार की पिटाई के बाद हुए हंगामे के बाद यह कदम उठाया गया है।
पटना, 19 अगस्त: बिहार के मोतिहारी स्थित महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पर टिप्पणी के बाद समाजशास्त्र के प्रोफेसर संजय कुमार की पिटाई के बाद हुए हंगामे के बाद यह कदम उठाया गया है। इस संबंध में कुलपति का कहना है कि विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं, शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
वहीं, विश्वविद्यालय के प्रोफेसर संजय कुमार के साथ मारपीट के मामले में अब सियासत शुरू हो गई है। विपक्ष के सवाल उठाने पर सूबे के पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार ने सफाई दी है। उनके मुताबिक प्रोफेसर के साथ मारपीट की घटना महज तू-तू, मैं-मैं की तरह है, इसे बेवजह तूल दिया जा रहा है। दरअसल, मोतिहारी के नगर भवन में दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए शोक सभा का आयोजन किया गया था। जिसमें केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह भी उपस्थित थे।
इस शोक सभा में भी सूबे के पर्यटन मंत्री ने प्रोफेसर को खुले मंच से धमकी देते हुए कहा कि जिला प्रशासन और विश्व विद्यालय प्रशासन असहिष्णुता फैलाने वाले उस प्रोफेसर के ऊपर जल्द से जल्द कार्रवाई करे। मंत्री यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने पत्रकारों पर भी इस मामले में एक पक्षीय रिपोर्टिंग करने का आरोप मढ दियाप। मंत्री शोक सभा के मंच से प्रोफेसर को राष्ट्र विरोधी बताते रहे। कार्यक्रम के बाद जब उनसे इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने प्रोफेसर के साथ मारपीट करने वाले असामाजिक तत्वों की तरफदारी की। उन्होंने मारपीट की घटना को तू-तू, मैं-मैं की घटना करार दिया। जबकि जख्मी प्रोफेसर की स्थिति गंभीर बनी हुई है और उनका इलाज पटना में चल रहा है।
वहीं, इस घटना पर विपक्ष ने भी सरकार को आडे हाथों लिया था। शनिवार को राजद नेता तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव ने एक साथ सरकार पर निशाना साधा। दोनों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया। तेजस्वी ने पूछा कि नीतीश जी आप सीएम हाउस में आरएएसएस की शाखा खोलकर सरसंघचालक क्यों नहीं बन जाते। जबकि तेजप्रताप ने ट्वीट किया है कि सुशासन वाली सरकार में दंगाइयों का खुब बोलबाला है। पहले एक मंत्री के दंगाई बेटे का कारनामा तो देखा ही, अब मोतिहारी में एबीवीपी कार्यकर्ताओं का मनोबल देखिए।
दिनदहाडे सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर को भगा-भगा के पिट दिया। सुशासन अभी गहरी नींद में है। खबरदार जो किसी ने डिस्टर्ब किया। बता दें कि हाल ही में यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर संजय कुमार की कुछ असामाजिक तत्वों ने पिटाई कर दी थी और उनपर पेट्रोल डालकर उन्हें जलाने का प्रयास किया था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।