महाराष्ट्र: विधान पार्षद चुनाव में महाविकास अघाड़ी की ओर से उद्धव ठाकरे बनेंगे निर्विरोध MLC, कांग्रेस ने राज किशोर मोदी का नमांकन लिया वापस
By अनुराग आनंद | Updated: May 10, 2020 19:49 IST2020-05-10T19:49:08+5:302020-05-10T19:49:08+5:30
इस चुनाव में शिवसेना ने उद्धव ठाकरे और नीलम गोरे को मैदान में उतारा है। नीलम गोरे वर्तमान में महाराष्ट्र विधान परिषद की उपाध्यक्ष हैं।

उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो)
मुंबई: महाराष्ट्र में होने वाले विधान पार्षद चुनाव में महाअघाड़ी की ओर से सीएम उद्धव ठाकरे निर्विरोध विधान पार्षद सदस्य चुने जा सकते हैं। कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार राज किशोर मोदी का राज्य विधान परिषद के लिए होने वाले चुनाव से नामांकन वापस लेने का फैसला किया है। यह चनाव 21 मई को निर्धारित है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति ने इस बात की जानकारी दी है।
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख बालासाहेब थोराट ने कहा है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे निर्विरोध विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) बनने वाले हैं क्योंकि कांग्रेस अपने एक उम्मीदवार का नमांकन वापस ले रही है।
बता दें कि महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव के लिए कांग्रेस ने दो उम्मीदवारों को मैदान में उतारकर सूबे के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का सिर दर्द बढ़ा दिया था। इस चुनाव में शिवसेना ने उद्धव ठाकरे और नीलम गोरे को मैदान में उतारा है। नीलम गोरे वर्तमान में महाराष्ट्र विधान परिषद की उपाध्यक्ष हैं।एनसीपी भी दो सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी की है।
वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने रविवार को राज्य विधान परिषद चुनाव के लिए शशिकांत शिंदे और अमोल मितकारी को पार्टी उम्मीदवार घोषित किया। मितकारी राकांपा के प्रदेश महासचिव हैं, जिन्होंने पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका अदा की थी।
वर्ष 2019 में कोरेगांव विधानसभा सीट से चुनाव हारने वाले शिंदे को विधान परिषद चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया गया है। शिंदे नवी मुंबई नगर निगम के इस वर्ष अथवा अगले साल की शुरुआत में होने वाले चुनाव के प्रभारी भी हैं। राज्य में विधान परिषद की नौ सीट के लिए चुनाव होने हैं।
Maharashtra Congress has decided to withdraw nomination of its 2nd candidate, Raj Kishor Modi for polls to State Legislative Council which is scheduled on 21 May: Maharashtra Pradesh Congress Committee
— ANI (@ANI) May 10, 2020
CM Uddhav Thackeray to become Member of Legislative Council unopposed pic.twitter.com/TWrPQjSt7T
भाजपा ने चार उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं जबकि शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा ने दो-दो उम्मीदवार घोषित किए हैं। एक राजनीतिक विश्लेषक ने कहा, '' महाराष्ट्र विकास अघाड़ी में कांग्रेस, शिवसेना, राकांपा और छोटे दल शामिल हैं और इनके पास 171 विधायक का समर्थन है।
चुनाव गणित के मुताबिक, हर उम्मीदवार को विधान परिषद का सदस्य बनने के लिए 29 वोट की आवश्यकता है। जीत के लिए इन्हें तीन और वोटों की जरूरत होगी।'' एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, '' करीब चार निर्दलीय विधायक महाराष्ट्र विकास अघाड़ी का समर्थन कर सकते हैं। चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस नेतृत्व का विचार इनका समर्थन हासिल करना है।'' इस मुद्दे पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने कहा कि कांग्रेस पहले ही दिन से दो सीट पर लड़ना चाहती है। हम अपने दोनों उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए बैठकें कर रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने विधान परिषद चुनाव के लिए प्रवीण ददके, गोपीचंद पडलकर, अजित गोपछड़े और रणजीत सिंह पाटिल को प्रत्याशी बनाया है। महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी शामिल हैं। अगर एनसीपी भी चुनाव में अपने दो उम्मीदवार उतारती है, तो 9 विधान परिषद सीटों के लिए 10 उम्मीदवार चुनाव मैदान में होंगे। इससे उद्धव ठाकरे के निर्विरोध चुने जाने के अरमानों पर पानी फिर जाएगा।