महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की टिप्पणी के बाद मुंबई और कई अन्य शहरों में मंगलवार को शिवसेना ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने कुछ क्षेत्रों में पथराव किया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालयों में तोड़फोड़ भी की। मुंबई में राणे के आवास के पास शिवसेना की युवा शाखा और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव किया, जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। राणे के आवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एक अधिकारी ने कहा कि सांताक्रूज पुलिस ने कोविड-19 नियमों का उल्लंघन करने के लिए भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत युवा सेना के 50 से अधिक कार्यकर्ताओं के साथ-साथ कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। पुलिस सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे सीसीटीवी फुटेज और वीडियो की जांच कर रही है। अधिकारी ने कहा कि समाचार चैनलों पर प्रसारित वीडियो क्लिप को बाद में झड़प में शामिल कार्यकर्ताओं के खिलाफ सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। राणे को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के अनुसार, शिवसेना और भाजपा समर्थकों के बीच रत्नागिरि जिले के चिपलुन में भी झड़प हुई है। अधिकारियों ने बताया कि नासिक में भाजपा के कार्यालय पर पथराव किया। भाजपा कार्यालय पर पथराव के बाद, भाजपा कार्यकर्ताओं ने शिवसेना कार्यालय में प्रदर्शनकारियों पर हमला करने की कोशिश की, जिससे दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। पुलिस ने शालीमार इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। शिवसेना और युवा सेना के कार्यकर्ताओं ने ठाणे, नवी मुंबई और पड़ोस के पालघर के अलावा पुणे, नागपुर और अमरावती में भी प्रदर्शन किया। पुणे के दक्कन जिमखाना इलाके में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने राणे के पोस्टर पर जूते बरसाए और थप्पड़ मारे। हडपसर में युवा सेना के कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुणे में जेएम रोड स्थित एक मॉल में पत्थर फेंका गया। राणे ने दावा किया था कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं। राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान कहा, ‘‘यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हो गए हैं। भाषण के दौरान वह पीछे मुड़कर इस बारे में पूछते नजर आए थे। अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता।’’ पूर्वी महाराष्ट्र के अमरावती शहर में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने राणे की टिप्पणी के विरोध में राजापेठ इलाके में भाजपा कार्यालय में तोड़फोड़ की और कार्यालय के सामने लगे विभिन्न पोस्टरों में आग लगा दी। घटना के समय कार्यालय में भाजपा का कोई भी पदाधिकारी या कार्यकर्ता मौजूद नहीं था। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने कार्यालय के बाहर लगे पोस्टरों पर पेट्रोल उड़ेल दिया और उनमें आग लगा दी। उन्होंने कार्यालय पर पथराव भी किया। शिवसेना की अमरावती इकाई के प्रमुख पराग गुदाधे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर भाजपा नेता अपनी जुबान पर काबू नहीं रखेंगे तो हम उनकी पिटाई करेंगे। हम अपने नेता उद्धव ठाकरे के खिलाफ किसी भी तरह की अभद्र टिप्पणी अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमने आज भाजपा कार्यालय को क्षतिग्रस्त कर दिया और आग लगा दी, लेकिन अगर भाजपा नेता नहीं सुधरे तो कल हम उनकी पिटाई करेंगे।’’ एक अधिकारी ने बताया कि घटना के संबंध में स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है और अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। नागपुर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में सेना और युवा सेना के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। युवा सेना के कार्यकर्ताओं ने महल इलाके के गांधी गेट पर प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने राणे के खिलाफ नारेबाजी की। ठाणे शहर में महापौर नरेश म्हास्के के नेतृत्व में शिवसेना के सैकड़ों कार्यकर्ता राणे की शिकायत करने नौपाड़ा थाने पहुंचे। मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) के तहत कल्याण, डोंबिवली और नवी मुंबई में, शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने राणे के पोस्टरों पर जूते मारे और नारेबाजी की।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।