महाराष्ट्र: फड़नवीस, शिवसेना राज्यपाल से अलग-अलग मिले, शिवसेना को '50: 50 फॉर्मूले से कम कुछ भी मंजूर नहीं'
By अभिषेक पाण्डेय | Published: October 29, 2019 08:54 AM2019-10-29T08:54:48+5:302019-10-29T08:57:12+5:30
BJP, Shiv Sena: महाराष्ट्र में नई सरकार गठन को लेकर स्थिति उलझी हुई है, इस बीच देवेंद्र फड़नवीस और शिवसेन ने राज्यपाल से अलग-अलग की दिवाली शिष्टाचार मुलाकात
महाराष्ट्र में नई सरकार गठन को लेकर जारी उठापठक के बीच सोमवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और शिवसेना के वरिष्ठ नेता दिवाकर राउते ने राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से अलग-अलग मुलाकात करते हुए राज्य की राजनीतिक परिस्थितियों से अवगत कराया।
शिवसेना की सीएम पद को लेकर 50: 50 फॉर्मूले की मांग की वजह से इन दोनों साझेदारों ने अब तक सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है। 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा के नतीजे 24 अक्टूबर को घोषित किए गए थे, जिनमें बीजेपी ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती थीं।
सरकार गठन के लिए दावा पेश करने पर फैसला नहीं: फड़नवीस
राज्यपाल से मुलाकात के बाद फड़नवीस ने ट्वीट किया कि उन्होंने राज्यपाल को वर्तमान स्थिति से अवगत कर दिया है। फड़नवीस ने लिखा, 'उन्हें (राज्यपाल) वर्तमान स्थिति से अवगत करा दिया है। सरकार गठन के लिए दावा पेश करने पर फैसला करना अभी बाकी है। हालांकि मैं अल्पमत की सरकार भी अच्छे से चला सकता हूं, लेकिन इससे गर्वनेंस प्रभावित होगा। अभी के लिए देखो और इंतजार करो की नीति।'
Met Hon Governor Shri Bhagat Singh Koshyari ji this morning at RajBhavan, Mumbai and wished him on occasion of #Diwali .
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) October 28, 2019
Also apprised him on the current scenario. pic.twitter.com/Vfoai1YA5r
शिवसेना 50: 50 फॉर्मूले की मांग पर अड़ी
वहीं शिवसेना नेता राउते ने राज्यपाल के साथ अपनी मुलाकात को 'दिवाली शिष्टाचार' मुलाकात बताते हुए कहा कि उन्होंने इस दौरान राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा नहीं की।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद मीडिया से मुखातिब राउते ने कहा, 'शिवसेना 50: 50 फॉर्मले से कम कुछ भी स्वीकार नहीं करेगी-जिसमें मुख्यमंत्री पद का ढाई-ढाई साल का कार्यकाल शामिल है। हमें बीजेपी से सबकुछ लिखित में चाहिए।'
वहीं बीजेपी शिवसेना को उमुख्यमंत्री और राजस्व समेत कई महत्वपूर्ण मंत्रालय देना चाहती है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के छह दिन बाद भी बीजेपी और शिवसेना सीएम पद को लेकर एकदूसरे के आमने-सामने हैं और अब तक नई सरकार के गठन पर कोई फैसला नहीं हुआ है।