महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीत गतिरोध अब भी बरकरार है। बीजेपी की सबसे ज्यादा मुश्किल शिवसेना के ढाई-ढाई साल दोनों पार्टियों को सरकार चलाने की मांग को लेकर है। बीजेपी मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई समझौता करने के मूड में फिलहाल नहीं दिख रही है। इस बीच शिवसेना नेता किशोर तिवारी ने कहा है कि उन्होंने सरकार बनने को लेकर जारी गतिरोध पर आरएसएस चीफ मोहन भागवत को चिट्ठी लिखी है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार किशोर तिवारी ने कहा, 'मैंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को इसमें पहल के लिए चिट्ठी लिखी है और नितिन गडकरी को बातचीत के लिए भेजने को कहा है। नितिन गडकरी केवल दो घंटे में स्थिति का हल निकालने में सफल होंगे।'
गौरतलब है कि महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे के बाद से राज्य में सरकार गठन को लेकर गतिरोध बना हुआ है। बीजेपी राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है लेकिन विधानसभा में शिवसेना के साथ ही उसे जरूरत है। दोनों पार्टियों ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन नतीजे के बाद शिवसेना ने 50-50 के वायदे को याद करने की बात कर बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी कर दी।
इन सब के बीच शिवसेना के एनसीपी और कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाने की भी अटकलें लगाई जा रही हैं। संजय राउत पूर्व में शरद पवार से मिल चुके हैं। वहीं, पवार ने सोमवार को दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात की थी।
'महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री शिवसेना से होगा'
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने मंगलवार को एक बार फिर कहा कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री उनकी पार्टी से ही होगा। राउत ने कहा कि महाराष्ट्र की राजनीति बदल रही है और न्याय की खातिर लड़ाई में उनकी पार्टी की ही जीत होगी। उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'महाराष्ट्र के बारे में फैसला महाराष्ट्र में ही लिया जाएगा, मुख्यमंत्री शिवसेना से ही होगा।'
शिवसेना के एनसीपी की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाने की खबरों के बीच राउत ने कहा कि शरद पवार राज्य के अगले मुख्यमंत्री नहीं होंगे। मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर भाजपा और शिवसेना के बीच खींचतान के चलते अब तक राज्य में सरकार का गठन नहीं हो पाया है। बता दें कि 24 अक्टूबर को आये चुनाव के नतीजों में भाजपा-शिवसेना गठबंधन को 161 सीटें मिलीं जो 288 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के आंकड़े 145 से कहीं अधिक है। भाजपा को 105 सीटें, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं।