लाइव न्यूज़ :

महाराष्ट्र: सत्ता समीकरण बदलने के फिराक में शिवसेना, जानें आदित्य ठाकरे को कैसे बना सकती है CM

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 27, 2019 10:33 IST

शिवसेना ने नतीजे आने के बाद बीजेपी को पुराना वादा याद दिलाया साथ ही आगे के लिये लिखित में भी आश्वासन मांग लिया है। इसके अलावा शिवसेना के मुखमत्र सामना में एनसीपी नेता शरद पवार की तारीफ भी की गयी है जिनकी पार्टी को शिवसेना से मात्र 2 सीट कम 54 सीटें मिली हैं।

Open in App
ठळक मुद्देराजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी को हुये 17 सीटों के नुकसान पर उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना कड़ी सौदेबाजी कर सकती है। विपक्षी कांग्रेस ने भी कहा है कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवेसना को ‘‘वैकल्पिक व्यवस्था’’ तलाशनी चाहिए।

महाराष्ट्र में सत्ता के समीकरण पल पल बदलते जा रहे हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों में शिवसेना को भले ही पिछले चुनाव से कम सीटें मिली लेकिन बीजेपी को 17 सीटों का घाटा लगने से शिवसेना फ्रंटफुट की राजनीति करने की स्थिति में आ गयी है। आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनवाने के लिए शिवसेना ने समर्थन जुटाना शुरू कर दिया है। शनिवार रात शिवसेना को प्रहार जनशक्ति पार्टी (PJP) के दो विधायकों ने अपना समर्थन दिया है। अचलपुर विधानसभा क्षेत्र के बच्चू कडू और मेलघाट विधानसभा क्षेत्र के राजकुमार पटेल ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की और उन्हें अपना समर्थन दिया।

'सामना' में एनसीपी नेता शरद पवार की तारीफशिवसेना ने अपने सहयोगी दल भाजपा से शनिवार को लिखित में आश्वासन मांगा कि वह महाराष्ट्र में ‘सत्ता में बराबर की हिस्सेदारी के फार्मूले’ (50:50) को लागू करेगी। इस बीच रविवार को शिवसेना के मुखपत्र सामना में एनसीपी नेता शरद पवार की तारीफ की गई है। सामना में कहा गया है कि महाराष्ट्र की सत्ता का रिमोट कंट्रोल उद्धव ठाकरे के हाथ में हैं। कहा यह भी जा रहा है कि सामना में लिखे इस लेख के जरिये बीजेपी पर दबाव बनाने का भी प्रयास किया गया।

'सामना' में कहा गया है कि भारतीय जनता पार्टी ने 106 सीटें जीतीं और शिवसेना ने 56 सीटें जीती हैं। यह स्पष्ट बहुमत है लेकिन 'गठबंधन' के बावजूद दोनों दलों को बड़ी सफलता नहीं मिली है। 2014 में भाजपा ने 122 सीटें और शिवसेना ने 63 सीटें जीती थी। शिवसेना ने यह सफलता तब हासिल की जब वह बड़ी ताकत और जबरदस्त धन से टकराई। इस बार सत्तारूढ़ गठबंधन के समर्थन के बावजूद शिवसेना 56 सीटों पर रही। हालांकि यह 56 अपेक्षाकृत कम संख्या है, लेकिन महाराष्ट्र की सत्ता का 'रिमोट कंट्रोल' उद्धव ठाकरे के हाथ में है।

शिवसेना के नवनिर्वाचित विधायकों ने आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कीमहाराष्ट्र में भाजपा के साथ सत्ता में बराबर की हिस्सेदारी पर शिवसेना के फिर से जोर दिये जाने के बीच इस क्षेत्रीय पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों ने नयी सरकार में आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है। गौरतलब है कि भाजपा विधानसभा चुनाव में अपनी उम्मीद की अनुरूप प्रदर्शन करने में नाकाम रही है। बृहस्पतिवार को घोषित हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों में सत्तारूढ़ भाजपा को 17 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा।

निवर्तमान विधानसभा में भाजपा के पास 122 सीटें हैं। इस घटनाक्रम से राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उद्धव ठाकरे नीत पार्टी कड़ी सौदेबाजी कर सकती है। हालांकि, शिवसेना की सीटों की संख्या भी 2014 के 63 की तुलना में घट कर 56 हो गई है। पड़ोसी ठाणे शहर से विधायक प्रताप सरनाइक ने कहा, ‘‘हम आदित्य ठाकरे को अगला मुख्यमंत्री बनते देखना चाहते हैं। लेकिन उद्धवजी अंतिम फैसला लेंगे।’’ 

शिवसेना को वैकल्पिक व्यवस्था के लिए आगे आना चाहिए: महाराष्ट्र कांग्रेस नेतामहाराष्ट्र में शिवसेना द्वारा सहयोगी भाजपा के साथ सत्ता बंटवारे को लेकर आक्रामक रुख अपनाने के बीच प्रदेश कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने शनिवार को कहा कि उद्धव ठाकरे नीत पार्टी को ‘‘वैकल्पिक व्यवस्था’’ के लिए आगे आना चाहिए। विपक्षी कांग्रेस ने भी कहा है कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवेसना को ‘‘वैकल्पिक व्यवस्था’’ तलाशनी चाहिए। तो देखिये महाराष्ट्र के चुनावी नतीजों में किस पार्टी को कितनी सीटें मिली और शिवसेना के पास बीजेपी के अलावा और क्या विकल्प हैं..

निवर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता वडेट्टीवार ने यह भी कहा कि हालांकि कांग्रेस को विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है, लेकिन भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए पार्टी को अन्य से हाथ मिलाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के लिए जनादेश विपक्ष में बैठने की भूमिका निभाने का है। यद्यपि भाजपा को रोकने के लिए हमें साथ आने की जरूरत है। शिवसेना को आगे आना चाहिए। शिवसेना को एक वैकल्पिक व्यवस्था के लिए आगे आना चाहिए क्योंकि लोकप्रिय जनादेश भाजपा के खिलाफ है।’’ 

एनसीपी-कांग्रेस के समर्थन से शिवसेना बना सकती हैं आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री

महाराष्ट्र में बहुमत का आंकड़ा 145 का है। शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस को मिलाकर 154 सीटें हो रही है। शिवसेना छोटी पार्टियों और निर्दलीयों से समर्थन के उम्मीद हैं। अगर एनसीपी-शिवसेना मिलकर सरकार बनाएं तो कांग्रेस बाहर से समर्थन कर सकती है।

पार्टी का नामकितनी सीटों पर मिली जीत (कुल 288 सीटें)
भारतीय जनता पार्टी105
शिवसेना56
नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी54
इंडियन नेशनल कांग्रेस    44
निर्दलीय13
बहुजन विकास अघाड़ी03
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन02
प्रहर जनशक्ती पक्ष02
समाजवादी पार्टी02
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्‍ससिस्‍ट) 01
जन सुराज्य शक्ति 01
क्रांतिकारी शेतकरी पार्टी01
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना01
राष्ट्रीय समाज पक्ष01
स्वाभिमानी पक्ष01
पीजैन्ट्स एण्ड वर्कर्स पार्टी ऑफ इण्डिया01

 

टॅग्स :महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019महाराष्ट्रअसेंबली इलेक्शन 2019शिव सेनाउद्धव ठाकरे
Open in App

संबंधित खबरें

भारतमहाराष्ट्र महागठबंधन सरकारः चुनाव से चुनाव तक ही बीता पहला साल

भारतMaharashtra Civic Poll 2025 UPDATE: पूरे राज्य में मतगणना स्थगित, 21 दिसंबर को नए नतीजे की तारीख तय, सीएम फडणवीस ‘त्रुटिपूर्ण’ प्रक्रिया पर जताई नाराजगी

भारतMaharashtra Local Body Elections: महाराष्ट्र निकाय चुनाव के लिए वोटिंग शुरू, भाजपा और शिवसेना के बीच मुकाबला

भारतMaharashtra Local Body Polls 2025: राज्य के 242 नगर परिषदों और 46 नगर पंचायतों में 2 दिसंबर को मतदान, 3 को होगी मतगणना

भारतमहाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फडणवीस ने आखिरी समय में नगर निगम चुनाव टालने के लिए चुनाव आयोग की आलोचना की | VIDEO

भारत अधिक खबरें

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत