महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन वाली सरकार बनेगी या नहीं, इसे लेकर अटकलों का दौर अब भी खत्म नहीं हुआ है। इस बीच संजय राउत ने सोमवार को कहा कि सरकार बनाने की जिम्मेदारी कभी भी शिवसेना की नहीं थी। एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात के बाद संजय राउत ने कहा कि जिसकी जिम्मेदारी महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर थी, वे भाग खड़े हुए।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार संजय राउत ने शरद पवार से सोमवार शाम मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा, 'सरकार बनाने की जिम्मेदारी हमारी नहीं थी। जिनकी जिम्मेदारी थी वे तो भाग खड़े हुए लेकिन मुझे विश्वास है कि जल्द ही हम एक सरकार बना लेंगे।'
माना जा रहा है कि संजय राउत का ये तंज बीजेपी की ओर था जो चुनाव के नतीजों के बाद 105 सीट के साथ राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी। हालांकि, शिवसेना के 50-50 फॉर्मूले और ढाई साल सीएम पद की मांग ने बीजेपी की राहें रोक दी।
सोनिया गांधी से दिल्ली में मिले शरद पवार
इससे पहले शरद पवार भी दिल्ली में सोनिया गांधी से उनके घर जाकर मिले। हालांकि, पवार ने एक बार फिर सरकार के समीकरण को लेकर कोई पत्ता नहीं खोला। पवार ने सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद कहा कि उनकी सरकार बनाने को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई।
पवार ने हालांकि ये जरूर कहा कि उनकी सोनिया गांधी से चर्चा महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक स्थिति पर हुई। पवार ने कहा, 'दोनों (कांग्रेस-राकांपा) दलों के कुछ नेता मिलेंगे और आगे चर्चा करेंगे। हमारी बैठक में सरकार गठन की कोई बात नहीं हुई, यह बैठक कांग्रेस और एनसीपी के बारे में चर्चा करने वाली थी।'
पवार ने ये भी कहा कि सोनिया के साथ मुलाकात के दौरान साझा न्यूनतम कार्यक्रम को लेकर भी बात नहीं की गई। पवार ने कहा कि वे स्वाभिमानी शेतकारी संगठन जैसे उन सभी पार्टियों के साथ चर्चा करना चाहते हैं जिन्होंने उनके साथ चुनाव लड़ा था। इस मुलाकात के बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘शरद पवार ने आज कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात की और महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात के बारे में उन्हें अवगत कराया।’