मातोश्री के बाहर लगा आदित्य ठाकरे का मुख्यमंत्री के तौर पर समर्थन वाला पोस्टर, लिखा गया, 'मेरा विधायक, 'मेरा सीएम'
By अभिषेक पाण्डेय | Published: November 5, 2019 08:07 AM2019-11-05T08:07:53+5:302019-11-05T08:09:21+5:30
Aaditya Thackeray Poster: आदित्य ठाकरे को सीएम के तौर पर पेश करने वाला ए पोस्टर मुंबई स्थित ठाकरे के घर मातोश्री के बाहर लगाया गया है
महाराष्ट्र में नई सरकार गठन को लेकर अब तक एक राय पर नहीं पहुंच पाई हैं और मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों पार्टियों के बीच गतिरोध कायम है।
वहीं मुंबई में ठाकरे के घर मातोश्री के बाहर आदित्य ठाकरे को सीएम बताने वाला ए पोस्टर लगाया गया है। एएनआई के मुताबिक ये पोस्टर शिवसेना कॉर्पोरेटर हाजी हालिम खान ने लगाया है।
मातोश्री के बाहर लगे आदित्य ठाकरे को सीएम बताने वाला पोस्टर
मातोश्री के बाहर लगे इस पोस्टर में वर्ली से विधायक आदित्य ठाकरे की तस्वीर के साथ लिखा है, 'मेरा विधायक, मेरा मुख्यमंत्री'।
Maharashtra: A poster with a picture of Shiv Sena leader Aditya Thackeray, with 'My MLA My Chief Minister' written on it, put up outside Matoshree (Thackeray residence), in Mumbai. The poster has been allegedly put up by Shiv Sena corporator Haji Halim Khan. pic.twitter.com/wYjdMsZOKL
— ANI (@ANI) November 4, 2019
इससे पहले ऐसा ही एक पोस्टर महाराष्ट्र में चुनाव नतीजे घोषित किए जाने के एक दिन बाद वर्ली में लगाया गया थ और उसके कुछ ही दिन बाद आदित्य ठाकरे को सीएम बताने वाला पोस्टर मातोश्री के बाहर भी लगा था।
24 अक्टूबर को आए 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नतीजों में बीजेपी ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती हैं। लेकिन नतीजे आने के बाद से ही मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना की 50: 50 फॉर्मूले की मांग (जिसमें दोनों को ढाई-ढाई साल सीएम पद मिलेगा) से दोनों के बीच सरकार बनाने को लेकर आम सहमति नहीं बन पाई है।
इस मुद्दे पर सहमति बनाने के लिए सीएम देंवद्र फड़नवीस ने सोमवार को गृहमंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की, हालांकि आधिकारिक तौर पर ये बैठक महाराष्ट्र में वर्षा प्रभावित किसानों की मदद के लिए हुई थी। वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने भी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की।
महाराष्ट्र में सरकार गठन की आखिरी तारीख 7 नंवबर है, अगर तब तक सरकार गठन नहीं होता है तो, राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो जाएगा।