जिसे पिता ने वर्षो में कमाया, उसे बेटे ने मिनटों में गंवाया, शिवसेना का चुनाव चिह्न जब्त किए जाने पर बोले एनसीपी नेता खडसे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 10, 2022 07:37 IST2022-10-10T07:31:26+5:302022-10-10T07:37:47+5:30
बीते दिनों भारत निर्वाचन आयोग ने अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में शिवसेना के उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे नीत दोनों गुटों द्वारा पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह का उपयोग करने पर पाबंदी लगा दी।

जिसे पिता ने वर्षो में कमाया, उसे बेटे ने मिनटों में गंवाया, शिवसेना का चुनाव चिह्न जब्त किए जाने पर बोले एनसीपी नेता खडसे
ठाणेः राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता एकनाथ खडसे ने रविवार को कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न जब्त किया जाना ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ है। शिवसेना संस्थापक दिंवगत बाल ठाकरे द्वारा पार्टी को खड़ा करने के लिए की गई मेहनत का संदर्भ देते हुए खडसे ने कहा, ‘‘जिसे हासिल करने के लिए पिता ने बड़ी मुश्किलों का सामना किया उसे बेटे ने राजनीतिक लड़ाई के चलते मिनटों में गंवा दिया।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व नेता खडसे ने कहा कि ‘‘तीर और धनुष’’ चुनाव चिह्न बाल ठाकरे के अथक प्रयास की वजह से लोकप्रिय हुआ था। ठाणे के डोम्बिवली में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘‘वह (बाल ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे) अपने चुनाव चिह्न के साथ सत्ता में आए थे, लेकिन दो (उद्धव ठाकरे और शिवसेना बाकी और महाराष्ट्र के मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे) की लड़ाई में सबकुछ खो दिया जिसका नतीजा है कि चुनाव चिह्न जब्त हो गया। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।’’
बीते दिनों भारत निर्वाचन आयोग ने अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में शिवसेना के उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे नीत दोनों गुटों द्वारा पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह का उपयोग करने पर पाबंदी लगा दी। पार्टी के दोनों गुटों द्वारा नाम और चुनाव चिन्ह पर दावा किए जाने की पृष्ठभूमि में एक अंतरिम आदेश जारी करके निर्वाचन आयोग ने दोनों से कहा है कि वे सोमवार तक अपनी-अपनी पार्टी के लिए तीन-तीन नये नाम और चुनाव चिन्ह सुझाएं। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना धड़े ने निर्वाचन आयोग को अपने चुनाव चिह्न के लिए त्रिशूल, उगता सूरज या मशाल के रूप में तीन विकल्प सुझाए हैं।