एकनाथ खड़से ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस पर हमला तेज किया, कहा-अहंकार ने भाजपा को हराया, सत्ता से बाहर हो गई
By भाषा | Updated: October 22, 2020 22:01 IST2020-10-22T22:01:23+5:302020-10-22T22:01:23+5:30
खड़से ने कहा, ‘‘देवेंद्र फड़नवीस इतने सक्षम नेता हैं कि उन्होंने 2019 के विधानसभा चुनावों में अपनी ही पार्टी को सत्ता से बाहर कर दिया। ‘मैं वापस आऊंगा’ पर जोर देने के बजाय उन्होंने यह क्यों नहीं कहा कि ‘हम वापस आएंगे?’’

फड़नवीस पर आरोप लगाया था कि ‘‘उन्होंने उनका जीवन और राजनीतिक करियर बर्बाद करने का प्रयास किया।’’
मुंबईः भाजपा छोड़ने के एक दिन बाद वरिष्ठ नेता एकनाथ खड़से ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस पर अपना हमला तेज करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि उनके अहंकार के चलते भाजपा पिछले विधानसभा चुनाव में राज्य में सत्ता से बाहर हो गई।
खड़से ने फड़नवीस पर उनके नारे ‘मी पुन्हा येईन’ (मैं वापस आऊंगा) को लेकर भी निशाना साधा जिसका इस्तेमाल उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान किया था और सवाल किया कि उन्होंने इसकी जगह यह क्यों नहीं कहा कि ‘‘हम वापस आएंगे।’’ खड़से ने कहा, ‘‘देवेंद्र फड़नवीस इतने सक्षम नेता हैं कि उन्होंने 2019 के विधानसभा चुनावों में अपनी ही पार्टी को सत्ता से बाहर कर दिया। ‘मैं वापस आऊंगा’ पर जोर देने के बजाय उन्होंने यह क्यों नहीं कहा कि ‘हम वापस आएंगे?’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह उनका अहंकार था, जिसके कारण 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा को सत्ता से बाहर होना पड़ा।’’ फड़नवीस के नेतृत्व वाली सरकार से 2016 में इस्तीफा देने के बाद से असंतुष्ट चल रहे खड़से ने बुधवार को पार्टी छोड़ दी थी और वह अब शरद पवार के नेतृत्व वाले राकांपा में शामिल होने की तैयारी में हैं।
खड़से (68) ने बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए फड़नवीस पर आरोप लगाया था कि ‘‘उन्होंने उनका जीवन और राजनीतिक करियर बर्बाद करने का प्रयास किया।’’ फड़नवीस ने आरोपों का जवाब देते हुए कहा था, ‘‘यदि उन्हें मेरे बारे में शिकायत थी, तो उन्हें पार्टी के वरिष्ठों को बताना चाहिए था।’’
इस पर खड़से ने कहा, ‘‘मैं दिल्ली गया था और (अपनी शिकायतों को लेकर) भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी लेकिन मुझे निराशा हुई। मैं जब भी वहां गया, मुझसे मुद्दों को लेकर फड़नवीस से बात करने को कहा गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राज्य का मंत्री पद छोड़ने के बाद, फड़नणवीस को कभी इसके लिए समय नहीं मिला कि वह मेरे लिए दिल्ली जाएं और मुद्दों को सुलझायें।’’
खडसे ने भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद 2016 में राज्य की तत्कालीन भाजपा सरकार से इस्तीफा दे दिया था। इस बीच, शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि राकांपा प्रमुख शरद पवार के पास खडसे के लिए कुछ योजनाओं होंगी, जिन्होंने भाजपा में 40 साल तक रहने के बाद पार्टी छोड़ी है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस मामले पर टिप्पणी नहीं कर सकता। हालांकि, मैंने देखा है कि खडसे किस आधार पर राकांपा में शामिल होना चाहते हैं। शरद पवार महाराष्ट्र में वरिष्ठ नेता हैं और उनके पास खड़से के लिए कुछ योजनाएं होंगी क्योंकि वह उन्हें पार्टी में शामिल कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पवार ने उन्हें शामिल करने के बारे में पार्टी नेताओं के साथ भी चर्चा की होगी। मुझे लगता है कि इस मुद्दे पर उनकी प्रतिक्रिया लेना बेहतर होगा।’’