पुणे, 4 जुलाई: महाराष्ट्र के पुणे के मेयर के एमआईटी विश्वशांति गुरूकुल स्कूल में छात्राओं समेत उनके माता-पिता प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि स्कूल से एक नोट जारी किया गया है जिसमें छात्राओं के अलग-अलग रंग के इनर गारमेंट्स पहने का विरोध किया गया है। स्कूल प्रशासन चाहता है कि अभिभावक इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करें। इसके साथ ही अभिभावकों ने यह भी बताया कि स्कूल में बच्चों को कई बार-बार शौचालय के इस्तेमाल की इजाजत नहीं है। '
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बता दें कि स्कूल ने डायरी नियमों की लिस्ट दी है। इस लिस्ट में भारतीय दंड संहिता के उल्लेख सहित एक एफिडेविट भी साइन करने को कहा है। इसके मुताबिक अगर अभिभावक स्कूल नियमों को नहीं मानते तो स्कूल उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकता है। स्कूल द्वारा जारी नियमों के मुताबिक छात्राओं को ड्रेस के नीचे के इनरवियर केवल सफेद और बेज रंग ही पहनाना होगा इसके अलावा वह अन्य कोई रंग नहीं पहन सकते। इसके साथ ही इमरजेंसी के अलावा टॉयलेट्स बस एक फिक्स समय पर इस्तेमाल कर सकते हैं।
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अगर इससे ज्यादा इस्तेमाल किया तो स्कूल छात्रों से 500 रुपये तक का जुर्माना ले सकता है। वहीं अगर अगर सेनेटरी पैड्स को सही ढंग से डब्बे में नहीं फेंका तो उनके पेरेंट्स को सफाई का खर्चा उठाना पड़ेगा। इसपर एमआईटी स्कूल की डायरेक्टर ने बताया कि जारी हुए नियमों का मकसद बहुत ही साफ़ है। स्कूल ने बीते कुछ मामलों को ध्यान में रखकर यह नियम तैयार किए हैं। हमारे पास कोई छुपा एजेंडा नहीं है।
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