महाराष्ट्र के राज्यपाल ने मंदिर नहीं खोलने पर सीएम ठाकरे से पूछा- क्या अब सेक्युलर हो गए?, उद्धव ने दिया ये जवाब
By अनुराग आनंद | Published: October 13, 2020 04:10 PM2020-10-13T16:10:41+5:302020-10-13T16:10:41+5:30
महाराष्ट्र में अब भी तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या के बावजूद प्रदेश के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी व सीएम उद्धव ठाकरे मंदिर खोलने के मामले को लेकर आमने-सामने हैं।
मुंबई: देश भर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस बीच लॉकडाउन से बाहर निकलने का दौर भी चल रहा है। अनलॉक 4 की घोषणा के बाद हर राज्यों ने अपने-अपने अनुसार सेवाओं में छूट दी है।
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले को देखते हुए उद्धव ठाकरे सरकार ने धार्मिक स्थलों को अभी बंद रखने का फैसला किया है। इस मामले में प्रदेश के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर मंदिर खोलने को कहा है।
Maharashtra Governor wrote to CM Uddhav Thackeray, seeking re-opening of places of worship with COVID precautions
— ANI (@ANI) October 13, 2020
"I wonder if you're receiving any divine premonition to keep postponing re-opening or you've suddenly turned 'secular' yourselves, the term you hated?" letter states pic.twitter.com/BedTgTSP2d
राज्यपाल ने अपने पत्र में सीएम उद्धव ठाकरे को ये लिखा-
मिल रही जानकारी के मुताबिक, उन्होंने अपने पत्र में सीएम को लिखा कि मुझे आश्चर्य है कि आप मंदिरों व धर्मस्थलों का खोलना टालते क्यों जा रहे हैं? क्या ऐसा कोई दैवीय आदेश आपको मिला है या फिर आप अचनाक सेक्यूल हो गए हैं, जिस शब्द से आपको नफरत थी?
इस पत्र के जवाब में सीएम उद्धव ठाकरे ने ये जवाब दिया है-
सीएम उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल को जवाब में चिट्ठी लिखी, जिसमें उन्होंने लिखा कि महाराष्ट्र में धार्मिक स्थल खोलने की चर्चा के साथ कोरोना के बढ़ते मामलों का भी ध्यान रखना चाहिए। जैसे हमलोगों पर अचानक लॉकडाउन लगाना सही नहीं था, वैसे ही अचानक लॉकडाउन हटाना भी सही नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा, 'मुझे अपना हिंदुत्व साबित करने के लिए आपसे सर्टिफिकेट नहीं चाहिए। जो लोग हमारे राज्य की तुलना PoK से करते हैं उनका स्वागत करना मेरे हिंदुत्व में फिट नहीं बैठता है। सिर्फ मंदिर खोलने से ही क्या हिंदुत्व साबित होगा?'