महाराष्ट्र: एकनाथ शिंदे ने अबू आज़मी से उनके 'औरंगज़ेब अच्छे प्रशासक थे' बयान पर माफी मांगने को कहा, सपा नेता को बताया देशद्रोही
By रुस्तम राणा | Updated: March 3, 2025 20:43 IST2025-03-03T20:39:34+5:302025-03-03T20:43:06+5:30
मुंबई में मीडिया से बात करते हुए शिंदे ने अबू आज़मी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "अबू आज़मी ने कहा है कि औरंगज़ेब एक अच्छे प्रशासक थे। उन्हें इसके लिए माफ़ी मांगनी चाहिए।

महाराष्ट्र: एकनाथ शिंदे ने अबू आज़मी से उनके 'औरंगज़ेब अच्छे प्रशासक थे' बयान पर माफी मांगने को कहा, सपा नेता को बताया देशद्रोही
मुंबई: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को महाराष्ट्रसमाजवादी पार्टी के प्रमुख अबू आज़मी से माफ़ी की मांग की और उन्हें "राष्ट्र-विरोधी" कहा, क्योंकि आज़मी ने सत्रहवीं शताब्दी के मुगल बादशाह औरंगज़ेब की "अच्छे प्रशासक" के रूप में प्रशंसा की थी।
मुंबई में मीडिया से बात करते हुए शिंदे ने अबू आज़मी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "अबू आज़मी ने कहा है कि औरंगज़ेब एक अच्छे प्रशासक थे। उन्हें इसके लिए माफ़ी मांगनी चाहिए क्योंकि छत्रपति संभाजी महाराज एक देशभक्त और सच्चे राष्ट्रवादी थे... औरंगज़ेब के प्रशासन को अच्छा कहना एक गंभीर अपराध है और इसके लिए अबू आज़मी को माफ़ी मांगनी चाहिए। उन्होंने एक देशभक्त के खिलाफ़ बात की है और इसलिए उन्हें भी देशद्रोही भी कहना चाहिए।" डिप्टी सीएम ने सपा नेता की टिप्पणी को "पाप" बताया।
Mumbai, Maharashtra: Regarding Samajwadi Party President Abu Azmi's statement on Aurangzeb, Deputy CM Eknath Shinde says, "Abu Azmi has said that Aurangzeb was a good administrator. He must apologize for this because Chhatrapati Sambhaji Maharaj was a patriot and a true… pic.twitter.com/steTQzvSS5
— IANS (@ians_india) March 3, 2025
Mumbai: Maharashtra Samajwadi Party President Abu Azmi on Aurangzeb says, "All the wrong history is being shown. Aurangzeb built many temples...Aurangzeb is not a cruel leader" pic.twitter.com/cfSr26ZE6o
— IANS (@ians_india) March 3, 2025
एक निजी टीवी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "मैंने औरंगजेब के बारे में जो पढ़ा है, उसके अनुसार उसने कभी भी अपने लिए जनता का पैसा नहीं लिया, उसका शासन बर्मा तक फैला हुआ था, उस समय यह देश सोने की चिड़िया के नाम से जाना जाता था।" उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि वह एक महान प्रशासक था, उसकी सेना में कई कमांडर हिंदू थे।"