इस्तीफा देने से पहले क्या बोले देवेंद्र फड़नवीस, यहां पढ़ें पूरा भाषण
By स्वाति सिंह | Published: November 26, 2019 03:58 PM2019-11-26T15:58:15+5:302019-11-26T16:13:02+5:30
मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने महाराष्ट्र मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने आज आयोजित एक प्रेस कांन्फ्रेंस में इसका ऐलान किया है। मालूम हो कि महाराष्ट्र संकट को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कल यानी 27 नवंबर को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है।
महाराष्ट्र की राजनीति ने अब नया मोड़ लिया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने महाराष्ट्र मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। मंगलवार को प्रेस कांन्फ्रेंस में फड़नवीस ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने शिवसेना-बीजेपी को बहुमत दिया था लेकिन शिवसेना ने नतीजों के बाद अपना रुख बदल लिया। हमने कभी भी ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले का वादा नहीं किया था। चुनाव से पहले ही अमित शाह ने साफ किया था कि मुख्यमंत्री बीजेपी का ही होगा। सीटें देख कर शिवसेना ने अपना रुख बदल लिया था, हमसे बात करने की बजाय उन्होंने कांग्रेस-एनसीपी से बात की।
फड़नवीस ने कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होने बाद अजित पवार ने कहा कि सरकार बनाने के लिए हम आपका साथ देंगे। जिससे राज्य में एक स्थाई सरकार बन सके। लेकिन जब बहुमत साबित करने की बात आई तो अजित पवार ने मुझसे मिलकर कहा मैं गठबंधन जारी नहीं रख सकता और अलग होने की बात कही। उन्होंने कहा कि अब हमारे पास बहुमत नहीं है।
Devendra Fadnavis: I doubt that this three-wheeler govt will be stable but BJP will work as an effective opposition and try to raise the voice of people https://t.co/23OXat2Lki
— ANI (@ANI) November 26, 2019
शिवसेना पर हमला करते हुए फड़नवीस ने कहा कि हमें उम्मीद है कि नई सरकार अच्छा काम करेगी और हम मजबूत विपक्ष के तौर पर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि शिवसेना नेता लाचारी में सोनिया गांधी के सामने नतमस्तक हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीन पहियों वाली सरकार चलना काफी मुश्किल है। सत्ता की भूख इतनी है कि अब शिवसेना के नेता भी सोनिया गांधी के साथ सहयोगी होने को तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे पास बहुमत नहीं है और मैं राज्यपाल को इस्तीफा देने जा रहा हूं। फड़नवीस ने कहा हमने विधायकों को खरीदने की कोशिश नहीं की है। जिन लोगों ने हमपर हॉर्स-ट्रेडिंग का आरोप लगाया है। उन्होंने खुद पूरा का पूरा अस्तबल ही खरीद लिया है।
Devendra Fadnavis: We had decided that we will never indulge in horse trading, that we will never try to break away any MLA. Those who said that we indulge in horse trading bought the entire horse stable. #Maharashtrapic.twitter.com/Ys72S9aPTA
— ANI (@ANI) November 26, 2019
मालूम हो कि महाराष्ट्र संकट को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कल यानी 27 नवंबर को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है। इससे पहले देवेंद्र फड़नवीस ने शनिवार (23 नवंबर) को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी।