Devendra Fadnavis-Eknath Shinde: मुझे हल्के में मत लो, मैंने सरकार बदल दी है?, महायुति में दरार के बीच एकनाथ शिंदे बोले, देखें वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Updated: February 21, 2025 18:20 IST2025-02-21T18:18:59+5:302025-02-21T18:20:02+5:30
Maharashtra Devendra Fadnavis-Eknath Shinde:मुख्यमंत्री देवेंद्र द्वारा बुलाई गई महत्वपूर्ण बैठकों में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अनुपस्थिति ने महायुति गठबंधन के भीतर दरार की अटकलों को हवा दे दी है।

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मुंबईः महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच कई मुद्दों पर मतभेद बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं, जिनमें संरक्षक मंत्री की नियुक्ति से लेकर अलग-अलग समीक्षा बैठकें करना शामिल है। भाजपा के नेतृत्व वाले तीन दलों के गठबंधन महायुति ने तीन महीने पहले महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीट में से 230 सीट जीतकर सरकार बनाई थी। मुख्यमंत्री देवेंद्र द्वारा बुलाई गई महत्वपूर्ण बैठकों में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अनुपस्थिति ने महायुति गठबंधन के भीतर दरार की अटकलों को हवा दे दी है। दिसंबर 2024 में सरकार के गठन के बाद से, शिंदे कई मुद्दों पर असंतुष्ट हैं।
Nagpur, Maharashtra: Deputy CM Eknath Shinde says, "I am a worker, a simple worker, but I should be seen as a worker of Balasaheb and Dighe Saheb. When I was taken lightly, I changed the government in 2022 and brought a government that reflects the people's will..." pic.twitter.com/4qTp1xnsOZ
— IANS (@ians_india) February 21, 2025
जिसमें भाजपा द्वारा गृह विभाग का पोर्टफोलियो भी नहीं दिया जाना शामिल है। अधिक असंतोष तब पैदा हुआ, जब उनके विधायकों भरत गोगावले और दादा भुसे को रायगढ़ और नासिक जिलों के संरक्षक के रूप में नियुक्त नहीं किया गया। चल रही अनबन की अफवाहों के बीच शिंदे ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे हल्के में मत लीजिए।
जो लोग मुझे हल्के में लेते हैं, मैं उनसे यह बात पहले ही कह चुका हूं। मैं एक सामान्य पार्टी कार्यकर्ता हूं, लेकिन मैं बाला साहेब का कार्यकर्ता हूं और यह बात हर किसी को समझनी चाहिए। शिंदे ने 2022 में भाजपा से हाथ मिलाने के लिए उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के खिलाफ विद्रोह किया था, जिससे अंततः सेना-कांग्रेस-एनसीपी सरकार गिर गई।
उन्होंने कहा, "हम आम लोगों की इच्छाओं की सरकार लेकर आए। विधानसभा में अपने पहले भाषण में मैंने कहा था कि देवेंद्र जी को 200 से ज्यादा सीटें मिलेंगी और हमें 232 सीटें मिलीं। इसलिए मुझे हल्के में न लें, जो लोग इस संकेत को समझना चाहते हैं, वे इसे समझें और मैं अपना काम करता रहूंगा। शिंदे का यह बयान महाराष्ट्र सरकार में संरक्षक मंत्री पद को लेकर कथित 'शीत युद्ध' के बीच आया है।
हालांकि दोनों के बीच मतभेद की अटकलों पर विराम लगाने के लिए कोई भी स्पष्टीकरण या दावा नाकाफी साबित हो रहा है। पिछले नवंबर में नतीजों के बाद भाजपा ने फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया था, जिसके बाद शिवसेना प्रमुख शिंदे को उपमुख्यमंत्री पद से संतोष करना पड़ा था।