महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के बीच सरकार बनाने को लेकर जारी खींचतान अभी क्या रूप लेगी, इसे लेकर संशय बरकरार है। बीजेपी मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई समझौता करने के मूड में फिलहाल नहीं दिख रही है वहीं, दूसरी ओर शिनसेना के एनसीपी से संपर्क ने राज्य में राजनीति हलचल को और दिलचस्प बना दिया है।
इन सब के बीच ये खबर है कि शिनसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से फोन पर बात की है। अहम ये भी है कि 7 नवंबर को राज्य विधानसभा को बर्खास्त किया जाएगा। इससे पहले एक नई सरकार का बन जाना जरूरी है। अगर ऐसा नहीं होता है तो राज्य राष्ट्रपति शासन की दिशा में बढ़ जाएगा।
शरद पवार से मिले संजय राउत
तमाम अटकलों के बीच पिछले एक हफ्ते में कम से कम दो बार संजय राउत एनसीपी चीफ शरद पवार से मिल चुके हैं। संजय राउत ने बुधवार को शरद पवार से मुलाकात के बाद कहा, 'वह राज्य और देश के वरिष्ठ नेता हैं। वह महाराष्ट्र के वर्तमान राजनीतिक हालात से चिंतित हैं। हमारे बीच इस पर संक्षिप्त चर्चा हुई।' संजय राउत पिछले हफ्ते भी शरद पवार से मिले थे और इतना कहा था कि वे दिवाली की बधाई देने गये थे।
हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला: पवार
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को आये थे। इसके बाद से ही एनसीपी और कांग्रेस ये कहते रहे हैं कि उन्हें विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है। हालांकि, इन सबके बीच ऐसे बयान भी आते रहे हैं जिनसे फिर अटकलबाजी शुरू हो जाती है। शरद पवार बुधवार को एक बार फिर मीडिया के सामने आए और कहा कि बीजेपी-शिवसेना को सरकार बनाना चाहिए क्योंकि बहुमत उन्हें मिला है।
एएनआई के मुताबिक, 'शरद पवार ने नई सरकार गठन में एनसीपी की भूमिका को नकारते हुए कहा, मेरे पास अब तक कहने के लिए कुछ नहीं है। बीजेपी और शिवसेना को जनता का जनादेश मिला है, इसलिए उन्हें जल्द से जल्द सरकार बनाना चाहिए। कांग्रेस-एनसीपी के लिए सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाने का जनादेश है।'
एनसीपी का शिवसेना को प्रस्ताव!
शरद पवार भले ही सरकार बनाने की कोशिशों से इनकार कर रहे हैं लेकिन मंगलवार को एनसीपी का एक प्रस्ताव भी सामने आये। इसके अनुसार एनसीपी ने कहा है कि अगर शिवसेना यह घोषणा कर दे कि उसने बीजेपी के साथ अपना संबंध तोड़ दिया है तो महाराष्ट्र में एक राजनीतिक विकल्प बनाया जा सकता है। एनसीपी सूत्रों ने बताया कि पार्टी चाहती है कि केंद्र सरकार में शिवसेना के इकलौते मंत्री अरविंद सावंत भी इस्तीफा दे दें।
एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, 'इससे बढ़िया कुछ नहीं हो सकता अगर भाजपा शिवसेना को मुख्यमंत्री पद दे देती है लेकिन अगर भाजपा इनकार कर रही है तो एक विकल्प दिया जा सकता है। लेकिन शिवसेना को यह एलान करना होगा कि उसका भाजपा और राजग से अब कोई नाता नहीं है। इसके बाद विकल्प मुहैया कराया जा सकता है।'