महाराष्ट्र की सियासत जारी है। अब हर अपने विधायक को बचाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं। कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि महाराष्ट्र कांग्रेस के विधायक खरीद- फरोख्त से बचने के लिए जयपुर जा सकते हैं।
महाराष्ट्र की सियासत में आचानक हुए उलटफेर के बाद कांग्रेस अपने विधायकों को राज्य से बाहर भेजने की तैयारी में है। सूत्रों की मानें तो उन्होंने किसी कांग्रेस शासित प्रदेश में भेजेंगे। ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि विधायकों को भोपाल या जयपुर भेजा जा सकता है। शिवसेना के विधायक मुंबई के ललित होटल में ठहराए गए हैं। जहां शिवसेना प्रमुख उनसे मिलने गए थे।
इस दौरान उद्धव ठाकरे ने अपने विधायकों से पूछा कि क्या आप डरे हुए हैं। इसपर विधायकों ने एक सुर में जवाब दिया नहीं। इसके साथ विधायकों ने आश्वस्त किया कि वे सभी उनके साथ हैं। वह जो कहेंगे, विधायक वही करेंगे।
विधायकों ने उन्हें मुंबई या मुंबई से बाहर किसी अन्य स्थान पर भेजे जाने का निर्णय लेने के लिए भी अधिकृत किया। ठाकरे ने कहा कि चीजें बदल चुकी हैं लेकिन इससे हम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। हमारा सपना पूरा होगा। सरकार शिवसेना की बनेगी। उन्होंने कहा कि पवार साहब हमारे साथ हैं, कांग्रेस हमारे साथ है।
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिये भाजपा से हाथ मिलाने के अजित पवार के फैसले को शनिवार को ‘‘अनुशासनहीनता’’ करार दिया। मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक अतुल बेनके ने कहा कि मैं शरद पवार जी के साथ हूं। हम सब साथ हैं।
गठबंधन में राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने वाली भाजपा और शिवसेना ने 288 सदस्यीय सदन में क्रमश: 105 और 56 सीटें जीती थीं लेकिन शिवसेना ने भाजपा द्वारा मुख्यमंत्री पद साझा करने से इनकार करने के बाद उसके साथ अपने तीन दशक पुराने संबंध खत्म कर लिए। दूसरी ओर, चुनाव पूर्व गठबंधन करने वाली कांग्रेस और राकांपा ने क्रमश: 44 और 54 सीटें जीती।