औरंगाबाद (महाराष्ट्र), 23 दिसंबर महाराष्ट्र में औरंगाबाद के लिए 2023 तक एक कार्य योजना तैयार की जाएगी ताकि शहर को जलवायु जोखिमों और खतरों से निपटने के लिए तैयार किया जा सके। इसके तहत पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन में कमी लाने पर जोर रहेगा। नगर निगम के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
औरंगाबाद नगर निगम (एएमसी) और औरंगाबाद स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एएससीडीसीएल) ने शहर की जलवायु कार्य योजना तैयार करने के लिए वर्ल्ड रिसोर्सेस इंस्टीट्यूट (डब्ल्यूआरआई) को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस संबंध में बुधवार को एक आशय पत्र (एलओआई) पर हस्ताक्षर किए गए।
औरंगाबाद स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, आयुक्त और प्रशासक आस्तिक कुमार पांडे ने डब्ल्यूआरआई प्रतिनिधियों के साथ ऑनलाइन तरीके से चर्चा की।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि औरंगाबाद की जलवायु कार्य योजना के दो मुख्य खंड होंगे। पहले खंड में ग्रीनहाउस गैस या महत्वपूर्ण प्रदूषकों के उत्सर्जन को कम करने और दूसरे खंड में जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए शहर और सामुदायिक क्षमताओं को बढ़ाने पर जोर होगा।
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