मुंबई: भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने रविवार को कहा कि जब तक वह पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष हैं, राज्य के समग्र विकास के लिये उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को मुख्यमंत्री बनना चाहिए।
बावनकुले का यह बयान उनके पूर्ववर्ती चंद्रकांत पाटिल के उस बयान के कुछ महीने बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी ने भारी मन से फड़नवीस के बजाय शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया था। आपको बता दें कि चंद्रकांत पाटिल फिलहाल शिंदे नीत सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं।
विपक्ष ने किया भाजपा पर वार
बावनकुले की टिप्पणी से विपक्षी दलों को मसाला मिल गया है और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (रांकपा) के मुताबिक यह दर्शाता है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नजर में वर्तमान मुख्यमंत्री शिंदे का कोई महत्व नहीं है।
नागपुर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बावनकुले ने कहा, ‘‘... जब तक मैं भाजपा की राज्य इकाई का अध्यक्ष हूं, फड़नवीस को बनना चाहिए...।’’ लेकिन भाजपा नेता ने वाक्य को अधूरा छोड़ दिया और इसके बाद थोड़ा रुक गए।
केवल फड़नवीस ही महाराष्ट्र के भविष्य को कर सकते है परिभाषि- बावनकुले
दर्शकों में से कई लोगों की ओर से शब्द ‘मुख्यमंत्री’ का शोर मचाने पर बावनकुले ने अपना भाषण जारी रखते हुए कहा, ‘‘हम सभी को इस तरीके से काम करने की आवश्यकता है कि उन्हें (फड़नवीस) मुख्यमंत्री पद मिल जाए। यह उन्हें पद दिलाने के बारे में नहीं है, बल्कि यह महाराष्ट्र राज्य के समग्र विकास के लिए है।’’
उन्होंने कहा कि यदि कोई एक व्यक्ति महाराष्ट्र के भविष्य को परिभाषित कर सकता है, तो वह देवेंद्र जी हैं।
राकांपा के अमोल मिटकरी ने कसा भाजपा पर तंज
ऐसे में बावनकुले के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राकांपा के विधान परिषद सदस्य अमोल मिटकरी ने कहा, ‘‘इसका अर्थ है कि भाजपा नेताओं के लिए मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके गुट का कोई महत्व नहीं है। जल्द ही वे (शिंदे और उनके समर्थक) महसूस करेंगे कि उनको भाजपा द्वारा ठगा गया है।’’
यही नहीं राकांपा प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने एक ट्वीट करके यह जानना चाहा कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान बावनकुले कैसे फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाएंगे।
उन्होंने पूछा कि क्या यह जल्द विधानसभा चुनाव कराकर किया जाएगा या फिर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को इस्तीफा देना होगा। इसके पहले शिवसेना (यूबीटी)नेता संजय राउत ने शनिवार को कहा था कि शिंदे की अगुवाई वाली सरकार अगले साल फरवरी तक नहीं टिक पाएगी।