मुंबई: महाराष्ट्र में नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट को एक और बड़ी जीत मिल गई है। सदन के अध्यक्ष पद के लिए रविवार को हुए चुनाव में भाजपा उम्मीदवार और पहली बार विधायक बने राहुल नार्वेकर ने जीत हासिल कर ली। उनके पक्ष में 164 वोट पड़े जबकि विरोध में 107 वोट आए। राहुल नार्वेकर का मुकाबला शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार राजन साल्वी से था। राजन साल्वी उद्धव ठाकरे के बेहद करीबी भी माने जाते हैं।
राहुल नार्वेकर की बात करें तो वे पेशे से वकील हैं और राजनीतिक परिवार से आते हैं। उनके पिता सुरेश नार्वेकर पार्षद रहे हैं। राहुल पूर्व में शिवसेना और एनसीपी से भी जुड़े रहे हैं। वे शिवसेना के यूथ विंग के प्रवक्ता भी रह चुके हैं।
सपा के विधायकों ने वोटिंग में नहीं लिया हिस्सा
न्यूज एजेंसी एएआई के अनुसार विधानसभा में स्पीकर के लिए हुए चुनाव में सपा के विधायकों ने हिस्सा नहीं लिया। गिनती के समय सपा विधायक अबु आजमी और रईश शेख खड़े नहीं हुए।
एकनाथ शिंद कल बहुमत साबित करेंगे
मौदूगा हालात और दावों की बात करें तो शिंदे के पास 288 सदस्यीय सदन में निर्दलीय और छोटे दलों के 10 विधायकों तथा भाजपा के 106 विधायकों का समर्थन है।
विधानसभा में शिवसेना के पास 55, एनसीपी के पास 53, कांग्रेस के पास 44, भाजपा के पास 106, बहुजन विकास आघाड़ी के पास तीन, समाजवादी पार्टी के पास दो, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के पास दो, प्रहार जनशक्ति पार्टी के पास दो, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के पास एक, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पास एक, शेतकरी कामगार पार्टी के पास एक, स्वाभिमानी पक्ष के पास एक, राष्ट्रीय समाज पक्ष के पास एक, जनसुराज्य शक्ति पार्टी के पास एक, क्रांतिकारी शेतकारी पार्टी के पास एक और 13 निर्दलीय विधायक हैं।
शिवसेना विधायक रमेश लटके का मई में निधन हो जाने के कारण एक पद रिक्त है। राकांपा के दो नेता अजीत पवार और छगन भुजबल कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, जबकि पार्टी के दो अन्य विधायक अनिल देशमुख और नवाब मलिक वर्तमान में जेल में हैं।
(भाषा इनपुट)