मुंबई:महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष और एनसीपी लीडर अजीत पवार ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर भरोसा जताया है। साथ ही ईवीएम के पक्ष में बयान दिया है। मीडिया से बात करते हुए पवार ने कहा, मुझे व्यक्तिगत रूप से ईवीएम पर पूरा भरोसा है। अगर ईवीएम खराब होती तो छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, पंजाब, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में विपक्षी दलों की सरकारें नहीं होतीं। उन्होंने कहा कि हमारे देश में ईवीएम से छेड़छाड़ संभव नहीं है। यह पूरी तरह से एक बड़ी प्रणाली है, इसमें बहुत सारे चेक और बैलेंस शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि अगर किसी तरह यह साबित हो जाता है कि ईवीएम से छेड़छाड़ की गई तो देश में बड़ा बवाल खड़ा हो जाएगा। मुझे नहीं लगता कि कोई भी ऐसा करने की हिम्मत करेगा। कई बार कुछ लोग चुनाव हार जाते हैं लेकिन उन्हें लगता है कि हम हार नहीं सकते, फिर वे ईवीएम को लेकर आरोप लगाने लगते हैं लेकिन वास्तव में यह जनता का वास्तविक जनादेश है।
दरअसल, ईवीएम के पक्ष में एनसीपी नेता का बयान इसलिए महत्वपूर्ण हो जाता है कि पिछले माह विपक्षी दलों के नेताओं ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर बैठक में ईवीएम पर सवाल उठाए थे और निर्वाचन आयोग से लिखित में जवाब मांगने की बात कही थी। इस बैठक के बाद राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा था कि जब भी ईवीएम में खराबी आती है वोट भाजपा को जाता है। ये भ्रम सिर्फ राजनैतिक दलों को नहीं है, ये भ्रम जनता में फैल चुका है इसलिए हमने फैसला किया है कि हम चुनाव आयोग के पास जाएंगे और हमारे सवालों के लिखित में जवाब मांगेंगे।
उन्होंने कहा था कि दुनिया की किसी भी मशीन के साथ छेड़छाड़ हो सकती है और कोई साइंस या कोई एक्सपर्ट यह नहीं कह सकता कि मशीन के साथ छेड़छाड़ नहीं होती और इसीलिए किसी भी लोकतांत्रिक देश में वोटिंग के लिए इलेक्ट्रॉनिक मशीन का इस्तेमाल नहीं होता। वहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था ईवीएम को लेकर देश में शंका है। उन्होंने चुनाव आयोग से विपक्ष की इस शंका को दूर करने की मांग की थी।