एनसीपी नेताओं के एक समूह ने रविवार को दावा किया कि अजित पवार ने उन्हें अपना पाला बदलकर बीजेपी का समर्थन करने की एवज में मंत्री पद देने का ऑफर दिया था।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, विधायकों की किसी भी प्रकार की खरीद फरोख्त को रोकने के लिए एनसीपी ने अपने 50 विधायकों को मुंबई के रेनेसां होटल में रखा है।
एनसीपी विधायकों का दावा, अजित पवार ने किया था मंत्री पद देने का वादा इन विधायकों के एक समूह ने पार्टी प्रमुख शरद पवार और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को बताया कि उन्हें अजित पवार की तरफ से ये ऑफर फोन के जरिए दिया गया था।
शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने रविवार को एनसीपी विधायकों से होटल में मुलाकात की थी। शनिवार को एक नाटकीय घटनाक्रम के तहत एनीसपी के अजीत पवार ने पार्टी के 10-11 विधायकों की मौजूदगी में बीजेपी को सरकार बनाने के लिए समर्थन देते हुए डिप्टी सीएम पद की शपथ ले ली थी।
एएनआई के मुताबिक, जब उद्धव ठाकरे को एनसीपी विधायकों ने अजित पवार के ऑफर के बारे में बताया तो उन्होंने यकीन दिलाया कि शिवसेना-एनसीपी गठबंधन लंबा चलेगा और वे दोनों मिलकर राज्य में एक स्थिर सरकार बनाएंगे।
रविवार को ही शरद पवार ने होटल में मौजूद अपने विधायकों से मुलाकात की। इस बैठक में उनके साथ शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और संजय राउत भी मौजूद थे। पवार ने विधायकों के साथ बैठक के बाद उद्धव ठाकरे के साथ भी बातचीत की।
रविवार को सुप्रीम कोर्ट ने एनसीपी, कांग्रेस, शिवसेना की याचिका पर केंद्र, महाराष्ट्र सरकार को नोटिस जारी करते हुए देवेंद्र फड़नवीस सरकार को राज्यपाल द्वारा भेजे गए आमंत्रण पत्र और फड़नवीस द्वारा राज्यपाल को सौंपे गए विधायकों के समर्थन पत्र को पेश करने का आदेश दिया।