मुंबई: महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच शिवसेना के 15 बागी विधायकों को 'वाई प्लास' कैटेगरी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है। ऐसे में इन्हें सशस्त्र केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के जवान सुरक्षा देंगे। सू्त्रों के हवाले से ये जानकारी सामने आई है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार जिन शिवसेना विधायको को सुरक्षा दी गई है उसमें रमेश बोरनारे, मंगेश कुडालकर, संजय सिरसत, लताबाई सोनावड़े, प्रकाश सुरवे शामिल हैं। इसके अलावा सदानंद सरनांवकर, योगेश कदम, प्रताप सरनैक, यामिनी जाधव, प्रदीप जयसवाल, संजय राठौड़, दादाजी भूसे, दिलीप लांडे, बालाजी कल्याणकर, संदीप भूमारे के नाम शामिल हैं।
इस बीच गुवाहाटी में शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे की अन्य बागी विधायकों के साथ बैठक भी शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि इसमें आगे के कदम को लेकर कोई ठोस फैसला किया जा सकता है। यह बैठक उसी होटल में हो रही है, जहां सभी बागी विधायक ठहरे हुए हैं। इससे पहले सूत्रों के हवाले से ये खबर भी आ चुकी है कि शिंदे ने शुक्रवार रात वडोदरा में भाजपा नेता और पूर्व सीएम देवेंद्र फड़नवीस से मुलाकात की है।
संजय राउत का बागी विधायकों पर तंज
महाराष्ट्र में सियासी हलचल के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने भी रविवार को पार्टी के बागी विधायकों पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर कहा कि आखिर कब तक वे (विधायक) असम के गुवाहाटी में ‘छिपे’ रहेंगे, आखिरकार उन्हें ‘चौपाटी’ (मुंबई के संदर्भ में) आना ही होगा।
शिवसेना सांसद ने ट्वीट किया, ‘कब तक छुपोगे गुवाहाटी में, आना ही पड़ेगा चौपाटी में।’
दक्षिण मुंबई में मंत्रालय (राज्य सचिवालय), विधान भवन (विधायिका परिसर), राजभवन और मुख्यमंत्री का आधिकारिक बंगला ‘वर्षा’ सहित प्रमुख सरकारी प्रतिष्ठान गिरगाम समुद्र तट के आसपास के क्षेत्र में स्थित हैं, जिसे गिरगाम चौपाटी भी कहा जाता है।
बता दें कि शिवसेना के अधिकांश विधायकों ने मंत्री एकनाथ शिंदे के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया है और वर्तमान में गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं, जिसने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार को संकट में डाल दिया है।
महाराष्ट्र विधानमंडल सचिवालय ने शनिवार को शिंदे सहित शिवसेना के 16 बागी विधायकों को अयोग्य करार देने की मांग को लेकर दी गई अर्जी के आधार पर उन्हें ‘समन’ जारी कर 27 जून की शाम तक लिखित जवाब मांगा है। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने उद्धव ठाकरे को बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए अधिकृत किया है।
(भाषा इनपुट)