धर्मांतरण का आरोप! मध्य प्रदेश के विदिशा में 12वीं की परीक्षा के बीच स्कूल पर भीड़ का हमला, फेंके गए पत्थर, जानें पूरा मामला
By विनीत कुमार | Published: December 7, 2021 09:32 AM2021-12-07T09:32:13+5:302021-12-07T09:32:13+5:30
विदिशा के एक मिशनरी स्कूल पर भीड़ ने हमला कर दिया। हमला करने वालों में हिंदू संगठन के सदस्य भी शामिल थे। सोशल मीडिया पर स्कूल में कथित धर्मांतरण की फैली खबर के बाद ये घटना हुई है।
विदिशा: धर्मांतरण की कथित खबरों पर मध्य प्रदेश के विदिशा में सोमवार को एक स्कूल पर भीड़ ने हमला कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार हमला करने वालों में बजरंग दल जैसे हिंदू संगठन के कार्यकर्ता भी शामिल थे। इन्होंने स्कूल की इमारत पर पत्थर फेंके और उसे नुकसान पहुंचाया।
हमले के समय स्कूल में थे बच्चे
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार स्कूल पर जब भीड़ ने हमला किया तो उस समय वहां बच्चे सीबीएसई की 12वीं गणित की परीक्षा दे रहे थे। यह पूरी घटना विदिशा के गंज बसोडा के सेंट जोसेफ स्कूल की है। यह मिशनर स्कूल है। हमले के बाद मुश्किल से बच्चों और अन्य स्टाफ को बचाया जा सका।
धर्मांतरण के आरोप के बाद स्कूल पर हमला
सेंट जोसेफ स्कूल में कथित धर्मांतरण कराने जैसी खबरें सोशल मीडिया में आने के बाद ये घटना हुई है। आरोपों के अनुसार स्कूल प्रशासन की ओर से 8 छात्रों का धर्मांतरण कराया गया। बहरहाल, मोबाइल वीडियो के फुटेज में इमारत के बाहर भारी भीड़ दिखाई दे रही है, जो स्कूल प्रशासन के खिलाफ नारे लगा रही है। पुलिस भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश करती नजर आई।
MP: A mob, that also included members of some Hindu organisations, vandalised St Joseph School in Ganj Basoda of Vidisha district y'day, claiming religious conversion of students at the school. The students were taking their class 12th CBSE board exam when the incident occurred. pic.twitter.com/b1L8TyMtO2
— ANI (@ANI) December 7, 2021
वहीं, भीड़ द्वारा कांच की खिड़कियों पर पत्थर फेंके जाने पर एक छात्र ने कहा, 'हमारी एकाग्रता टूट गई थी, हम चाहते हैं कि परीक्षा फिर आयोजित कराई जाए।'
स्कूल का धर्मांतरण के आरोपों से इनकार
इस पूरे घटनाक्रम पर स्कूल के प्रबंधक ब्रदर एंटनी ने कहा है कि आरोप सही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जिन 8 छात्रों के ईसाई धर्म में परिवर्तन कराए जाने संबंधी पत्र सोशल मीडिया पर फैला है, वे उनके स्कूल के नहीं हैं।
एंटनी ने साथ ही कहा कि उन्हें हमले की सूचना एक दिन पहले स्थानीय मीडिया आदि के जरिए मिली थी। इसके बाद उन्होंने पुलिस और राज्य प्रशासन को इसकी सूचना दी थी। उन्होंने पुलिस पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केवल दो पुलिसकर्मी मौजूद थे।