15 मई मध्य प्रदेश में कोविड-19 टीकों की कमी के कारण कई केन्द्रों पर टीकाकरण स्थगित किए जाने के बीच सरकारी टीम ने उज्जैन से भाजपा के सांसद अनिल फिरोजिया के घर जाकर कथित रूप से उनके स्टाफ, समर्थकों एवं घर के लोगों को टीका लगाया। मामले को लेकर विवाद पैदा होने के बाद जिला प्रशासन ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं।
इस संबंध में अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि सरकारी टीम को किसी के घर टीका लगाने भेजा जाये। वहीं विपक्षी दल कांग्रेस ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए निंदा कि और कहा कि यह ऐसे समय में हो रहा है जब प्रदेश के लोगों को टीका लगवाने में परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है।
सोशल मीडिया यूजर्स ने इस तस्वीर को साझा किया और भाजपा नेता के इस कदम की कड़ी आलोचना की।हालांकि, फिरोजिया ने अपना बचाव करते हुए कहा कि पार्टी के एक कार्यकर्ता ने उन्हें सूचित किए बगैर सरकारी टीम को टीकाकरण के लिए घर बुलाया था।फिरोजिया ने शनिवार को ‘भाषा’ को बताया, ‘‘मैं घर पर नहीं था। मेरी माँ बुजुर्ग है और उनके पैर में चोट भी लगी है। मेरी मां की हालत देखकर मेरे एक कार्यकर्ता कपिल कटारिया ने इस चिकित्सकीय टीम को बुलाया था। तभी उसने (कटारिया) भी ये टीका लगवाया था। मुझे जानकारी होती तो मैं ऐसा नहीं होने देता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं स्वयं अस्पताल में जाकर कोरोना टीका लगवाकर आया हूँ।’’ फिरोजिया ने बताया, ‘‘नियम सबके लिए समान हैं। मेरा भी यही मानना है।’’उज्जैन के कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा, ‘‘घटना की जानकारी मिलने पर मैंने जांच के आदेश दे दिए हैं।’’ सिंह ने बताया, ‘‘मुझे भी फिरोजिया के घर पर टीकाकरण की सूचना मिली है। मैंने अधिकारियों से तत्काल यह बताने को कहा है कि टीम को वहां जाने की अनुमति किसने दी। जांच में जो भी अधिकारी दोषी पाया जाता है उस पर सख्त कार्रवाई होगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘टीका लगाने के लिए सरकारी चिकित्सकीय टीम को किसी के घर पर भेजने का कोई प्रावधान नहीं है।’’उज्जैन जिले के तराना विधानसभा सीट के कांग्रेस विधायक महेश परमार ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अस्पताल जाकर टीका लगवाते हुए अपनी तस्वीर ट्वीट करते हैं, लेकिन उज्जैन के भाजपा सांसद सरकारी टीम को घर बुलाकर टीका लगवा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा सांसद अनिल फिरोजिया खुद को वीवीआईपी समझते हैं और सरकारी टीम को टीकाकरण के लिए अपने घर पर बुलाते हैं। यह केंद्र सरकार की नाकामी है। यह शर्मनाक कार्य है।