कांग्रेस नए चेहरों और युवाओं पर लगाएगी दाव, BJP के 13 सांसदों के टिकट पड़ सकते हैं खतरे में
By राजेंद्र पाराशर | Updated: January 17, 2019 19:00 IST2019-01-17T19:00:25+5:302019-01-17T19:00:25+5:30
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में 114 विधायकों के साथ सरकार बनाने वाली कांगे्रस लोकसभा चुनाव में विधायकों ओर मंत्रियों को चुनाव लड़ाने के पक्ष में नहीं है।

कांग्रेस नए चेहरों और युवाओं पर लगाएगी दाव, BJP के 13 सांसदों के टिकट पड़ सकते हैं खतरे में
मध्यप्रदेश में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों ने लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी तेज कर दी है। कांग्रेस इस बार मंत्रियों और विधायकों को मैदान में नहीं उतारेगी, बल्कि युवा और नए चेहरों पर वह दाव लगाएगी। वहीं भाजपा भी विधायकों को चुनाव मैदान में उतारने से डर रही है, लेकिन आधा दर्जन स्थानों पर विधायकों को मैदान में उतारना उसकी मजबूरी नजर आ रही है। भाजपा को मिले फीडबेक के बाद वह 13 वर्तमान सांसदों के टिकट काटने का मन भी बना चुकी है।
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में 114 विधायकों के साथ सरकार बनाने वाली कांग्रेस लोकसभा चुनाव में विधायकों ओर मंत्रियों को चुनाव लड़ाने के पक्ष में नहीं है। कांग्रेस पर लगातार भाजपा द्वारा सरकार गिराए जाने की बात कहे जाने के बाद प्रदेश संगठन इस बात पर तैयार नहीं है कि किसी विधायक को चुनाव मैदान में उतारा जाए। कांग्रेस ने इसके बजाए विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में भी अधिक से अधिक स्थानों पर युवा और नए चेहरों को मैदान में उतारने का मन बनाया है। इस बात से राष्ट्रीय संगठन को भी अवगत करा दिया है। कांग्रेस के प्रदेश नेताओं का मानना है कि अगर नए और युवा चेहरों को मौका दिया गया तो वे भाजपा को करारी टक्कर तो देंगे ही साथ ही कांग्रेस के पक्ष में परिणाम भी आ सकते हैं। इसके अलावा महिलाओं को टिकट देने पर भी विचार किया जा रहा है। कुछ स्थानों पर कांगे्रस के विधानसभा के हारे प्रत्याशियों पर भी दाव लगाने का मन बना चुकी है। कांग्रेस के पदाधिकारियों ने विधानसभा चुनाव का विश्लेषण करने के बाद हाईकमान को भी इस आशय की जानकारी दी है।
भाजपा के 13 सांसदों के कट सकते हैं टिकट
विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद अब भाजपा प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारी में फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। भाजपा इस बार प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया में विधानसभा चुनाव जैसी स्थिति निर्मित नहीं होने देना चाह रही है। साथ ही जहां पर विवादित चेहरे हैं वह उन चेहरों से दूरी बनाना चाहती है। इसके लिए प्रदेश संगठन ने अभी से इस बात के संकेत भी देना शुुरु कर दिया है। सूत्रों की माने तो भाजपा ने 13 वर्तमान सांसदों के स्थान पर नए चेहरों पर दाव खेलने की तैयारी शुरु की है।
जिन सांसदों का टिकट कटने की संभावना जताई जा रही है, उनमें सागर से लक्ष्मीनारायण यादव, भिंड से भागीरथ प्रसाद, बालाघाट से बोधसिंह भगत, मंडला से फग्गन सिंह कुलस्ते, शहडोल से ज्ञानसिंह, बैतूल से ज्योति धुर्वे, धार से सावित्री ठाकुर, मंदसौर से सुधीर गुप्ता, खरगोन से सुभाष पटेल, खंडवा-बुरहानपुर से नंदकुमार सिंंह चौहान, मुरैना से अनूप मिश्रा, राजगढ़ से रोडमल नागर और सतना से गणेश सिंंह है। जबकि खजुराहो से नागेन्द्र सिंह और देवास से मनोहर ऊंटवाल विधानसभा चुनाव लड़े और जीते हैं। इनके नामों पर अभी विचार चल रहा है। वहीं बीजेपी अन्य चार स्थानों पर ग्वालियर, विदिशा, सागर और बैतूल में विधायकों पर दाव लगाने का विचार कर रही है।