31 जनवरी को लगेगा साल का पहला चन्द्र ग्रहण, बुरे प्रभाव से ऐसे बचें
By गुलनीत कौर | Updated: January 4, 2018 17:38 IST2018-01-04T16:08:30+5:302018-01-04T17:38:06+5:30
जानकारों के अनुसार इस चंद्र ग्रहण पर चांद पूरी तरह नीला दिखेगा।

31 जनवरी को लगेगा साल का पहला चन्द्र ग्रहण, बुरे प्रभाव से ऐसे बचें
31 जनवरी, 2018 को साल का पहला चन्द्र ग्रहण लगने जा रहा है। यह पूर्ण चन्द्र ग्रहण होगा। इसी दिन पूर्णिमा की रात भी होगी। यह संयोग 150 साल बाद हुआ है। कहा जा रहा है कि इन दो परिस्थितियों के मिलने से इस दिन रात को आसमान में ब्लू मून यानी नीला चांद दिखाई देगा।
नीला चांद या ब्लू मून एक प्रकार की खगोलीय घटना है जिसे ज्योतिष शास्त्र से भी जोड़कर शुभ-अशुभ प्रभावों का हवाला दिया जाता है। लेकिन सबसे पहले इस बार के चन्द्र ग्रहण की बात करें तो यह पूर्ण चन्द्र ग्रहण होगा जो कि अमूमन सभी यूरोपीय देशों से लेकर, अमरीका, अटलांटिक महासागर, भारतीय महासागर समेत आर्कटिक और अंटार्कटिक में भी दिखाई देगा।
भारत में चंद्र ग्रहण
भारत में पूर्ण चंद्रग्रहण 77 मिनट तक रहेगा। सूतक समय सुबह 7 बजे से शाम 8 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। इस दौरान बुरे प्रभाव से बचने के लिए कई काम नहीं किए जाने चाहिए।
भारतीय राज्यों की बात करें तो शाम को 5 बजकर 18 मिनट से कई जगहों पर यह ग्रहण दिखना आरम्भ हो जाएगा जो कि रात्रि 8 बजकर 42 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। इस तरह ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 24 मिनट होगी।
चन्द्र ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या ना करें:
ज्योतिष शास्त्र के मतानुसार चन्द्र ग्रहण के दौरान बुरे प्रभाव से बचने के लिए जप-तप-ध्यान करना चाहिए। चंद्रमा बीज मंत्र "ॐ श्रां श्रीं श्रोक्तं चंद्रमसे नम:" का कम से कम एक माला जाप करें।
मान्यता है कि सूर्य या चन्द्र ग्रहण के दौरान अन्न-जल दूषित हो जाता है इसलिए इस दौरान कुछ खाना-पीना नहीं चाहिए। ग्रहण लगने से पहले जल में तुलसी की पत्ती डाल दें। तुलसी की पत्तियों को हिन्दू धर्म में पवित्र माना जाता है।
सूर्य और चन्द्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं किसी नुकीली वस्तु का इस्तेमाल ना करें और ना ही ऐसी वस्तुओं के संपर्क में आएं। माना जाता है कि ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। ऐसा करने से होने वाली संतान पर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है।