झारखंड: आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल पर ईडी ने कसा शिकंजा, हो रही है पूछताछ, लटकी गिरफ्तारी की तलवार
By एस पी सिन्हा | Published: May 10, 2022 08:17 PM2022-05-10T20:17:37+5:302022-05-10T20:30:31+5:30
ईडी झारखंड के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पूजा सिंंघल के पति अभिषेक झा के पल्स हॉस्पिटल के बनने में लगे लागत की जांच कर रही है। ईडी के मुताबिक अस्पताल के बनने में 100 करोड़ से ऊपर की राशि लगी है। लेकिन हॉस्पिटल निर्माण के लिए 25 करोड़ का लोन लिया गया है। ईडी अब यह जानकारी जुटाने में लगी है कि झा के पास शेष बचे 75 करोड़ रुपए कहां से आये।
रांची: झारखंड में आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है। इसके साथ ही पूजा से जुड़े तमाम लोगों की भी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सूत्रों के अनुसार पूजा सिंघल ईडी के तीखे सवालों से परेशान हैं।
पूजा से पति अभिषेक झा और उनके सीए सुमन कुमार को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की गई। ईडी की आज की कार्रवाई बेहद अहम है, क्योंकि ईडी ने अगर पूजा सिंघल को 24 घंटे के लिए भी हिरासत में लिया तो पूजा सिंघल सरकारी नौकरी से निलंबित हो सकती हैं। इस बीच पूजा सिंघल 31 मई तक छुट्टी पर चली गई हैं। उन्होंने कार्मिक विभाग को इसका आवेदन दिया है।
सूत्रों के अनुसार पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा द्वारा स्थापित पल्स हॉस्पिटल की जमीन से संबंधित जांच की रिपोर्ट भी गायब है। ईडी के द्वारा मांगे जाने पर रांची जिला प्रशासन जांच रिपोर्ट की तलाश कर रही है। ईडी के अधिकारी न तो सीए सुमन सिंह के जवाब से संतुष्ट हैं और न ही पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा के जवाब से।
बताया जा रहा है कि पल्स हॉस्पिटल को बनाने में 100 करोड़ से ऊपर की राशि लगाई गई है। लेकिन इस हॉस्पिटल के निर्माण के लिए 25 करोड़ का लोन लिया गया है। ईडी यह जानकारी लेने में जुटी है झा के पास शेष 75 करोड़ रुपए कहां से लाए गए?
इसके लिए कहीं पूजा सिंघल के पावर का उपयोग तो नहीं किया गया? शुरू से ही यह माना जा रहा है अभिषेक ने सेल कंपनियों के माध्यम से मनी लांड्रिंग में पूजा सिंघल के प्रभाव का इस्तेमाल किया। ईडी उन तमाम कड़ियों को जोड़ रही है।
दरअसल, पल्स हॉस्पिटल की जमीन को लेकर 2019-20 में सवाल उठाए गए थे। कहा गया था कि जिस जमीन पर पल्स हॉस्पिटल बना है वह वही भुईहरी की जमीन है। जिसका मतलब होता है कि जमीन की दाखिल खारिज नहीं हो सकती। इसे देखते हुए फरवरी 2020 में मुख्यमंत्री के आदेश पर पल्स हॉस्पिटल की जमीन की जांच कराई गई थी।
रांची के तत्कालीन डीसी महीपत राय ने अंचलाधिकारी और सहायक कलेक्टर से उस जमीन की जांच कराई थी। 15 दिनों में रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया था, लेकिन यह रिपोर्ट फिलहाल नहीं मिल रही है। माना जा रहा है कि उस रिपोर्ट में कुछ ऐसा संदिग्ध है, जिससे बड़ा खुलासा हो सकता है।
इस बीच पूजा सिंघल मामले को लेकर झारखंड हाईकोर्ट में हस्तक्षेप याचिका दायर की गई है। अरुण दुबे ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर इस मामले की जांच सीबीआई से कराने और प्रवर्तन निदेशालय ऑफिस की सुरक्षा बढाने की मांग की है। अरुण दुबे ने खूंटी के मनरेगा घोटाले की जांच की मांग करते हुए रांची हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है।