शिवपाल के बाद आजम भी अखिलेश यादव से नाराज!, पूर्व मंत्री के मीडिया प्रभारी बोले-पिछले ढाई साल में जेल से छुड़ाने के लिए आंदोलन नहीं किया, देखें वीडियो
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: April 11, 2022 18:38 IST2022-04-11T18:35:14+5:302022-04-11T18:38:34+5:30
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर चाचा शिवपाल यादव कई आरोप लगा चुके हैं। अब सपा के पूर्व सांसद आजम खां के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खान ने आरोप लगाकर हंगामा कर दिया है।

अब्दुल दरी बिछाएगा, वोट भी देगा और जेल भी जाएगा।
लखनऊः समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक शिवपाल यादव की अपने भतीजे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से नाराजगी की पृष्ठभूमि में जेल में बंद पार्टी के संस्थापक सदस्य विधायक आजम खां के समर्थकों की नाराजगी भी सामने आ रही है।
आजम के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खान ने रविवार को रामपुर में पार्टी के एक कार्यक्रम में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि अखिलेश ने पिछले ढाई साल में आजम को जेल से छुड़ाने के लिए कोई आंदोलन नहीं किया। उनके इस आरोप के बाद सपा में दरारें पड़ने की आशंका प्रबल हो गई है।
हालांकि बाद में उन्होंने यह भी कहा कि यह उनका ‘‘निजी दर्द’’ है और वह आजम खां से कहेंगे कि अब फैसला लेने का वक्त है। उनका यह बयान ऐसे वक्त आया है जब सपा के वरिष्ठ नेता और विधायक शिवपाल यादव अपनी कथित उपेक्षा को लेकर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से नाराज हैं और उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही है।
खान का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा है, ‘‘हमने आपको और आपके वालिद (पिता मुलायम सिंह यादव) को मुख्यमंत्री बनाया। आप (अखिलेश) इतना बड़ा दिल नहीं कर सके कि आजम खान साहब को नेता प्रतिपक्ष बना देते। हमारे वोट से (सपा की) 111 सीटें आई हैं।
"अब्दुल दरी बिछाएगा, वोट भी देगा और जेल भी जाएगा"
— TV9 Uttar Pradesh (@TV9UttarPradesh) April 11, 2022
आज़म खान के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू ने कहा- अब तो कमजोर लोग की डेफिनिशन ही मुसलमान है, आज़म खान के लिए एक भी ज़िले में प्रदर्शन नहीं हुआ, अगर ये सब कुछ मुलायम सिंह के साथ होता तो समाजवादी पार्टी सड़कों पर होती।#Rampurpic.twitter.com/fIVbgbK7hC
आपकी जाति ने आप को वोट नहीं दिया। यह कड़वा सच है... लेकिन मुख्यमंत्री आप बनेंगे, नेता विपक्ष भी आप ही बनेंगे?’’ अखिलेश पर आजम खां की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘‘और तो और आपने (अखिलेश) सदन में भाषण दिया। आपने बहुत से लोगों की सीनियरिटी (वरिष्ठता) बताई, तब आपको आजम खां साहब की याद नहीं आई।
आजम साहब से ज्यादा सीनियर (वरिष्ठ) कौन विधायक था लेकिन फिर भी अखिलेश यादव जी आपने आजम खां साहब का नाम तक नहीं लिया। आप आजम खां से मिलने जेल तक नहीं गए।’’ खान ने अखिलेश पर मुसलमानों से हमदर्दी नहीं रखने का भी आरोप लगाया और कहा, ‘‘हमारे कपड़ों से राष्ट्रीय अध्यक्ष को बदबू आती है। वह स्टेज से हमारा नाम नहीं लेना चाहते। मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि क्या सारा ठीकरा अब्दुल (मुस्लिम समुदाय) ने ले लिया है? दरी भी वही बिछाएगा, वोट भी अब्दुल देगा और जेल भी अब्दुल जाएगा?
सीएए और एनआरसी में अब्दुल बर्बाद हो जाएगा। उसके घर की कुर्की हो जाएगी। उससे वसूली की जाएगी और आपके (अखिलेश) मुंह से एक शब्द भी नहीं निकलेगा।’’ बाद में संवाददाताओं से बातचीत में खान ने कहा कि यह उनका निजी दर्द है और वह आजम खान से कहेंगे कि अब वह कोई निर्णय लें।
इस बीच, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आशुतोष वर्मा ने आजम खां के मीडिया प्रभारी द्वारा लगाए गए आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि सपा में जो कद जनेश्वर मिश्र, बेनी प्रसाद वर्मा और अन्य संस्थापक सदस्यों का है उससे ज्यादा बड़ा स्थान आजम खां का है। उनकी उपेक्षा का सवाल ही नहीं है।
भाजपा प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने इस मामले पर कहा कि अखिलेश के अहंकार और अभिमान की कीमत समाजवादी पार्टी चुका रही है। आजम खान सपा के संस्थापक सदस्य हैं और उनके मीडिया प्रभारी द्वारा लगाए गए आरोप अत्यंत गंभीर हैं। उन्होंने कहा हालांकि यह समाजवादी पार्टी का अंदरूनी मामला है। मगर यह भी सच है कि अखिलेश यादव के नेतृत्व पर उनकी ही पार्टी के लोग सवाल कर रहे हैं।