Lokmat Parliamentary Awards 2018: "राहुल गांधी को अभी 10-20 साल और विपक्ष में रहना है"
By जनार्दन पाण्डेय | Published: December 13, 2018 04:12 PM2018-12-13T16:12:23+5:302018-12-13T18:21:50+5:30
Lokmat National Conclave: लोकमत संसदीय पुरस्कार वितरण से पहले 'राष्ट्रीय राजनीति में क्षेत्रीय दलों की दस्तक' विषय पर 'लोकमत नेशनल कॉन्क्लेव' का आयोजन भी हो रहा है।
लोकमत के दिल्ली संस्करण को एक साल पूरे होने के उपलक्ष्य में पुरस्कार वितरण, लोकमत पार्लियामेंन्ट्री अवॉर्ड्स का आयोजन में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खुलकर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा देश में एक अच्छा विपक्ष होना बहुत जरूरी है। राहुल गांधी ये काम बहुत अच्छे से कर रहे हैं। उन्हें आगामी 10-20 साल अभी और विपक्ष में रहना है।
इस पुरस्कार वितरण से पहले 'राष्ट्रीय राजनीति में क्षेत्रीय दलों की दस्तक' विषय पर 'लोकमत नेशनल कॉन्क्लेव' का आयोजन भी हो रहा है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री दवेंद्र फडणवीस ने लोकमत से खास बातचीत में कहा, एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के नतीजे बीजेपी के खिलाफ नहीं हैं। राजस्थान में हर बार सरकार बदलती है लेकिन उसके बावजूद हमने अच्छी सीट हासिल की है। एमपी और छत्तीसगढ़ में तीन बार से सरकार थी।
उन्होंने कहा, महाराष्ट्र में किसानों की समस्या बड़ी है और हम इसके लिए कोशिश भी कर रहे हैं। लेकिन जो नासिक से पैदल मार्च लेकर गए थे वो किसान नहीं आदिवासी थे। वो पिछली सरकारों की करतूत का खामियाजा भुगत रहे हैं। हमने उनके लिए जमीन आवंटन शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट में आज जो मेरे खिलाफ नोटिस जारी हुआ है उससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता। हाइकोर्ट की तरह सुप्रीम कोर्ट में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ेगा।
इस कॉन्क्लेव में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर अपनी बात रख चुकें हैं। अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से इंडिया टीवी के वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा ने बातचीत की।
उन्होंने कहा, राहुल जी ने नई व्यवस्था शुरू की है। जो से बोलो झूठ भी हो चलता है। उन्होंने कहा, क्या पप्पू पास हो गया, राहुल गांधी को बधाई हो। हम जमीन से जुड़े हुए हैं। बीजेपी में अहंकार बिल्कुल नहीं है।
भारत में 99 फीसदी पार्टियां ऐसी हैं, जिन्हें परिवार चलाती हैं। बीजेपी एकमात्र पार्टी ऐसी है, जिसे परिवार नहीं चलती। कांग्रेस मुक्त भारत किसी पार्टी विशेष मुक्त भारत से नहीं है। ऐसी सभी पार्टियों को बाहर करने से है, जो राजनीति के नाम पर परिवार चलाती हैं।