किसी गंभीर मामले को लेकर मीडिया का जो सम्मिलित सुर होना चाहिए, उससे वो दूर होता जा रहा है: विजय दर्डा

By विनीत कुमार | Published: April 2, 2023 04:24 PM2023-04-02T16:24:59+5:302023-04-02T16:45:38+5:30

लोकमत नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव में लोकमत मीडिया के चेयरमैन विजय दर्डा ने कहा कि लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ होने की वजह से मीडिया की जिम्मेदारी काफी बड़ी हो जाती है। उन्होंने कहा कि हालांकि आज के दौर में मीडिया की भूमिका पर कई सवाल उठ रहे हैं।

Lokmat National Conclave Media is moving away from the coordinated tone it should have on serious matter says Vijay Darda | किसी गंभीर मामले को लेकर मीडिया का जो सम्मिलित सुर होना चाहिए, उससे वो दूर होता जा रहा है: विजय दर्डा

लोकमत नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव में विजय दर्डा

नागपुर: लोकमत नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव में लोकमत मीडिया ग्रुप के चेयरमैन विजय दर्डा ने रविवार को कहा कि आज के दौर में मीडिया को लेकर बन रही धारणा गंभीर सवाल पैदा कर रही है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में वैचारिक ध्रुवीकरण के साथ-साथ क्षेत्रीय ध्रुवीकरण भी बढ़ रहा है। विजय दर्डा ने कहा, 'किसी गंभीर मामले को लेकर मीडिया का जो सम्मिलित सुर होना चाहिए, उससे वो दूर होता जा रहा है या मैं कहूंगा कि दूर हो गया है।'

टीवी डिबेट के तौर-तरीकों पर विजय दर्डा ने कहा, 'टीवी पर डिबेट की जो शुरुआत हुई, उसके पीछे लक्ष्य था कि विशेषज्ञ को बुलाया जाए और दर्शक विषय को समझ ले। लेकिन आज विशेषज्ञ के नाम पर जो हमारे मन में है, उसे लाकर चोला पहना देते हैं। ऐसा जब होता है तो गंभीर सवाल खड़े होते हैं। सवाल भी हम ही खड़ा करते हैं, जवाब भी हम ही देते हैं। हम ये कैसे भूल सकते हैं हम लोकतंत्र का चौथा स्तंभ हैं। हमारी जिम्मेदारी बहुत बड़ी है।'

विजय दर्डा ने कहा, 'मीडिया आज अपने दायित्व को क्या सही तरीके से निभा रहा है। मीडिया कि विश्वसनिता पर क्यों सवाल उठ रहे हैं? खासकर टीवी मीडिया कटघरे में खड़ा है। मीडिया पर पक्षपात के आरोप समय-समय पर उठाए जा रहे हैं। 

उन्होंने आगे कहा, 'भारतीय मीडिया की व्यापकता और भिन्नता इसकी पहचान है। सैकड़ों न्यूज चैनल हैं, सैकड़ों अखबार हैं। हजारों वेब पोर्टल हैं। सबके अपने विचार हैं। लोकतंत्र में विचारों की भिन्नता जरूरी भी है। मत भिन्नता और पक्षपात में लेकिन फर्क होना चाहिए। ऐसा मेरा मानना है। पत्रकारिता में सूक्ष्म लकीर होती है जिसे हम लक्ष्मण रेखा कहते हैं। उम्मीद की जाती है कि वही लक्ष्मण रेखा के हमें आसपास रहना चाहिए। जहां तारीफ करना है, तारीफ करना चाहिए, जहां आलोचना की जरूरत है, वहां आलोचना करना चाहिए।'

'क्या भारतीय मीडिया का पूरी तरह धुव्रीकरण हो गया है?'- विषय पर लोकमत का कॉन्क्लेव

वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी एवं लोकमत के संस्थापक संपादक जवाहरलाल दर्डा की जन्मशताब्दी एवं लोकमत नागपुर संस्करण के स्वर्ण महोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में 'लोकमत नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव' का आयोजन किया जा रहा है। इस नेशनल कॉन्क्लेव का विषय है- 'क्या भारतीय मीडिया का पूरी तरह धुव्रीकरण हो गया है?' इस कॉन्क्लेव का आयोजन नागपुर के रामदासपेठ स्थित होटल सेंटर प्वाइंट में किया जा रहा है।

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर भी इसमें हिस्सा ले रहे हैं। उनकी प्रमुख उपस्थिति में लोकमत मीडिया ग्रुप के एडिटोरियल बोर्ड के चेयरमैन एवं पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. विजय दर्डा इस कॉन्क्लेव की अध्यक्षता करेंगे। इस मीडिया कॉन्क्लेव का उद्घाटन राज्य के वन, सांस्कृतिक कार्य एवं मत्स्य व्यवसाय मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने किया।

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