Lokmat National Conclave: सत्ता के लिए हमने कभी किसी पार्टी के साथ समझौता नहीं किया, बोले सुधांशु त्रिवेदी- "हम हमेशा छोटे दल का समर्थन करते हैं"
By अंजली चौहान | Published: March 14, 2023 12:43 PM2023-03-14T12:43:38+5:302023-03-14T14:04:02+5:30
लोकमत नेशनल कॉन्क्लेव में सुधांशु त्रिवेदी विधायकों की खरीद-फरोख्त पर बोले कि हम किसी पार्टी के नेताओं को अपने साथ शामिल करने की साजिश नहीं करते बल्कि वो पार्टियां खुद अपने नेताओं के साथ अन्याय करती हैं।
नई दिल्ली: लोकमत पार्लियामेंट्री अवॉर्ड्स 2022 के चौथे संस्करण का पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम दिल्ली में आज आगाज हो गया है। कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी शामिल हुए। सुधांशु त्रिवेदी ने कार्यक्रम में अपनी बात कहते हुए देशविरोधी तत्वों का जिक्र करते हुए जमकर हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि भारत में भारत में हिंदू संस्कृति को कुछ लोग केवल बदनाम कर रहे हैं। हमारे देश में हिंदू संस्कृति है इसलिए यहां मस्जिदों पर हमले नहीं होते। यहां हर धर्म को पूरी आजादी है। विपक्ष केवल देश को बदनाम करने के लिए बयानबाजी करती है।
हिंदू राष्ट्र को लेकर बीजेपी प्रवक्ता ने अपनी बातों को मुखर होकर कार्यक्रम में रखा। उन्होंने कहा कि भारत में हिंदू धर्म है इसलिए यहां पर हर धर्म को अपने हिसाब से रहने की आजादी है, जिन देशों में इस्लाम है वहां किसी को भी ये आजादी नहीं है।
हमने जिसके साथ गठबंधन किया देश के लिए किया है। हम बड़ी पार्टी है लेकिन हमने जिसके साथ गठबंधन किया उस पार्टी का ही राज्य में मुखयमंत्री बनाया है। हम कभी सत्ता के लिए देश कांग्रेस के साथ नहीं गए। हम उन पार्टियों के साथ ही गए जिन्होंने देश हित के लिए काम किया है।
लोकमत नेशनल कॉन्क्लेव में सुधांशु त्रिवेदी विधायकों की खरीद-फरोख्त पर बोले कि हम किसी पार्टी के नेताओं को अपने साथ शामिल करने की साजिश नहीं करते बल्कि वो पार्टियां खुद अपने नेताओं के साथ अन्याय करती हैं। दूसरी पार्टी के नेता पर खुद उनकी पार्टी द्वारा उचित सम्मान और पद नहीं दिया जाता, ऐसे में वो खुद हमारी पार्टी में शामिल हो जाते हैं।
कॉन्क्लेव में पूछें गए सवालों पर बेबाकी से जवाब देते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने कभी भी कांग्रेसियों को आत्मसात नहीं किया है। उनकी पार्टी के कई लोग खुद चले गए। कांग्रेस को सत्ता से मोह है और सरकार जाते ही पार्टी टूट जाती है।