आजम खान को सांसद रमा देवी से सदन में मांगनी होगी माफी, नहीं तो होगी कार्रवाई
By शीलेष शर्मा | Published: July 26, 2019 11:22 PM2019-07-26T23:22:27+5:302019-07-26T23:22:27+5:30
शून्यकाल के दौरान भाजपा की महिला सांसदों ने आज़म खां पर जमकर हमला बोला. इन महिला सांसदों की मांग थी कि आज़म खां या तो माफी मांगे या उन्हें निलंबित किया जाए. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आज़म खां के आचरण को सांसदों पर धब्बा बताते हुए कहा कि पूरा सदन शर्मसार है.
भाजपा सांसद और पीठासीन अधिकारी रमादेवी पर समाजवादी पार्टी के सांसद आज़म खां की आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर उन्हें सदन से माफी मांगनी होगी. यह फैसला लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से विचार-विमर्श करने के बाद लिया. बैठक के बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रल्हाद जोशी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि लोकसभा अध्यक्ष आज़म खां से माफी मांगने को कहेंगे और यदि वे माफ़ी नहीं मांगते है तो अध्यक्ष को आज़म खां के खिलाफ फैसला लेने के लिए अधिकृत कर दिया गया है. आज़म खां के खिलाफ की जाने वाली कार्यवाही को लेकर लोकसभा अध्यक्ष पर उस समय दबाव तेज हो गया जब आज सदन में लगभग सभी दलों ने आज़म खां की टिप्पणी की कड़ी निंदा की और कठोर कार्यवाही करने की मांग उठाई.
शून्यकाल के दौरान भाजपा की महिला सांसदों ने आज़म खां पर जमकर हमला बोला. इन महिला सांसदों की मांग थी कि आज़म खां या तो माफी मांगे या उन्हें निलंबित किया जाए. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आज़म खां के आचरण को सांसदों पर धब्बा बताते हुए कहा कि पूरा सदन शर्मसार है. उनकी दलील थी कि यदि यह घटना सदन के बाहर होती तो रमा देवी पुलिस का संरक्षण मांगती. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने भी तीखे तेवर दिखाये और कड़ी कार्यवाही की मांग की. उन्होंने कहा कि कल जो घटना हुई वह बहुत निंदनीय है, उन्होंने सभी सांसदों से अपील की कि राजनीतिक विचारधारा से अलग हटकर वे इस मुद्दे पर एकजुट हो और आज़म खां के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग करें.
भाजपा और विपक्षी दलों के बीच उस समय तीखी नोंकझोंक हुई जब कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने आज़म खां की टिप्पणी की निंदा तो की और कार्यवाही की मांग भी की लेकिन साथ में उन्होंने भाजपा सांसदों को याद कराया कि किस तरह उन्होंने सोनिया गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की थी. अधीर के इस बयान पर काफी देर तक सदन में शोरगुल हुआ लेकिन बाद में यह थम गया. आंध्र के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आज़म खां पर कार्यवाही की मांग का समर्थन किया तथा उनकी टिप्पणी की निंदा भी की. परंतु उन्होंने सरकार से पूछा कि मीटू मामलें में भाजपा सांसद एम.ज़े. अकबर को लेकर मंत्रियों के एक समूह का गठन किया गया था जिसकी रिपोर्ट आनी थी लेकिन आज तक वह रिपोर्ट सदन के पटल पर नहीं रखी गयी.
असदुद्दीन ओवैसी के इतना कहते ही भाजपा सांसद उत्तेजित हो उठे और उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया. बीजेडी के भृतिहरि मेहताब ने सुझाव दिया कि अध्यक्ष सभी दलों के नेताओं को बुलाकर चर्चा करें और उचित फैसला लें. भाजपा की ओर से रविशंकर प्रसाद, मीनाक्षी लेखी, अनुराग ठाकुर, निशिंकांत दुबे सहित अनेक सांसदों ने आज़म की आलोचना करते हुए कठोर कार्यवाही की मांग की. इन नेताओं की भांवभंगिमा को देखकर ऐसे संकेत मिल है थे जैसे भाजपा आज़म खां को सदन से निष्कासित कराने के लिए अध्यक्ष पर दबाव बना रही है. अध्यक्ष ने व्यवस्था दी कि वे राजनीतिक दलों से चर्चा कर कोई फैसला करेगें. आज शाम जब अध्यक्ष ने बैठक बुलाई तो अधिकांश सदस्य कड़ी कार्यवाही की मांग कर रहे थे. लेकिन अध्यक्ष ने पहले माफी मांगने अैर फिर यदि वे माफी नही मांगते है तो निलंबन की कार्यवाही करने के संकेत दिये.