हरियाणा में 'आप' और जेजेपी का गठबंधन चौटाला को जेल में रखने की साजिश!
By बलवंत तक्षक | Published: April 19, 2019 09:05 AM2019-04-19T09:05:04+5:302019-04-19T09:05:04+5:30
दुष्यंत के आप से गठबंधन को चौटाला को जेल में रखने की साजिश के तौर पर देखते हैं हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे अभय सिंह।
इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) में फूट के बाद गठित जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के आम आदमी पार्टी (आप) से गठबंधन को हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे अभय सिंह पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला को जेल के सीखचों के पीछे रखने की साजिश के तौर पर देखते हैं. उन्होंने कहा कि इस नापाक गठबंधन का एकमात्र मकसद चौटाला को जेल से बाहर नहीं आने देना है. लोकसभा चुनावों में हरियाणा की जनता गठबंधन के उम्मीदवारों को सबक सिखा देगी.
हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में गठबंधन के तौर पर सांसद दुष्यंत चौटाला की पार्टी, जेजेपी 7 और 'आप' 3 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जेजेपी-आप के गठबंधन की जीत की संभावनाओं पर जब इनेलो के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला से सवाल किया गया तो उन्होंने तीखे शब्दों में अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि परिणाम आने दीजिए, आप देखेंगे कि दल बदलुओं को लोग कितना कड़ा सबक सिखाते हैं. यह गठबंधन चुनाव के लिए नहीं, बल्कि चौटाला को जेल के सीखचों के पीछे रखने के लिए किया गया है. हरियाणा में छठे चरण में 12 मई को मतदान होना है.
चौटाला इस समय शिक्षक भर्ती घोटाले में जेल की सजा काट रहे हैं. उन्हें उनके बड़े बेटे अजय सिंह चौटाला के साथ 10 साल की सजा सुनाई गई थी. आधे से ज्यादा सजा पूरी कर लेने, 80 साल से ज्यादा उम्र और विकलांगता का हवाला देते हुए चौटाला ने जेल से रिहाई की मांग की थी. उन्हें उम्मीद थी कि इस आधार पर वे छूट जाएंगे और चुनाव में इनेलो की मदद के लिए कार्यकर्ताओं में नया जोश भर सकेंगे. लेकिन दिल्ली सरकार ने चौटाला की रिहाई से साफ इनकार कर दिया. इसके अलावा उन्हें तीन महीने के लिए अपनी बीमार पत्नी स्नेहलता की देखरेख के लिए बाहर आने की भी अनुमति नहीं दी गई. इस बीच चौटाला को अस्पताल से वापस तिहाड़ जेल भेज दिया गया है.
लोकसभा चुनावों के लिए इनेलो उम्मीदवारों के नाम की मंजूरी भी पार्टी को जेल से ही लेनी पड़ रही है. अभी इनेलो ने 6 सीटों के लिए अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं. बाकी 4 उम्मीदवारों का ऐलान 19 अप्रैल को किया जाएगा. जेजेपी और 'आप' में गठबंधन के बाद दुष्यंत के पिता अजय सिंह चौटाला जेल से बाहर आ गए हैं, जबकि पूर्व मुख्ममंत्री ओमप्रकाश चौटाला को बाहर आने की इजाजत नहीं दी गई. रिश्ते में दुष्यंत इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला के भतीजे हैं. 'आप' से जेजेपी के गठबंधन को लेकर अभय सिंह बेहद खफा हैं. यही वजह है कि गठबंधन पर अपनी प्रतिक्रि या में गुस्से से भरे अभय सिंह चौटाला ने कहा, इसका मकसद सिर्फ चौटाला साहब को जेल के सीखचों के भीतर रखना है.