लोकसभा चुनावः बिहार में समर्थन के लिए शरद यादव को राजस्थान में लोस सीट देगी कांग्रेस?
By प्रदीप द्विवेदी | Published: March 5, 2019 02:02 PM2019-03-05T14:02:06+5:302019-03-05T14:02:06+5:30
लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष फतेहसिंह एवं राजस्थान प्रदेश महामंत्री और प्रवक्ता डाॅ आरके मालोत ने आगामी लोकसभा चुनावांे के मद्देनजर लोकतांत्रिक जनता दल के लिये राजस्थान में तीन लोकसभा सीटों की मांग की है और इस संबंध में शरद यादव से चर्चा भी की है.
बिहार में शरद यादव की पार्टी के वोट बैंक का समर्थन हांसिल करने के लिए कांग्रेस, राजस्थान में कम-से-कम एक सीट लोकतांत्रिक जनता दल को दे सकती है और बहुत संभव है कि यह सीट बांसवाड़ा-डंूगरपुर लोस सीट हो.
हालांकि, लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष फतेहसिंह एवं राजस्थान प्रदेश महामंत्री और प्रवक्ता डाॅ आरके मालोत ने आगामी लोकसभा चुनावांे के मद्देनजर लोकतांत्रिक जनता दल के लिये राजस्थान में तीन लोकसभा सीटों की मांग की है और इस संबंध में शरद यादव से चर्चा भी की है. उन्हंे शरद यादव ने आश्वस्त किया है कि एलजेडी को उसके परम्परागत गढ़ बांसवाड़ा-डूंगरपुर की ससंदीय सीट दिलवाने की कामयाब कोशिश की जायेगी.
फतेहसिहं और डाॅ मालोत ने यादव से बातचीत में राजस्थान की सियासी स्थिति को लेकर विस्तार से चर्चा की और उन्हें लोकसभा तथा विधानसभा चुनावों में एलजेडी प्रत्याशियों को मिलते रहे मत प्रतिशत के आधार पर तीन लोकसभा सीटों पर एलजेडी की दावेदारी पेश करने का आग्रह किया है. ये तीन सीटें हैं- बांसवाड़ा-डूंगरपुर, जयपुर ग्रामीण और उदयपुर संभाग की एक और लोकसभा सीट. लेकिन, ऐसा माना जा रहा है कि एलजेडी को राजस्थान में कांग्रेस की ओर से एक सीट बांसवाड़ा-डंूगरपुर मिल सकती है.
दरअसल इसके कई कारण हैं- एकः विधानसभा चुनाव के बाद लोस चुनाव के लिए कांग्रेस ने जिन कमजोर सीटों की पहचान की है, उनमें बांसवाड़ा-डंूगरपुर भी है, जहां 9 विस सीटों में से तीन पर कांग्रेस, तीन पर बीजेपी, दो पर बीटीपी और एक पर कांग्रेस की बागी उम्मीदवार चुनाव जीती थी.
दोः बांसवाड़ा-डंूगरपुर में इस बार बीटीपी के रूप में तीसरी सियासी ताकत का उदय हुआ है, जिसने इस लोस क्षेत्र के सियासी समीकरण को बदल कर रख दिया है.
तीनः बिहार में शरद यादव की पार्टी का आधार तो है ही, अच्छाखासा वोट बैंक भी है, लेकिन अकेले दम पर कुछ खास हांसिल करने की स्थिति नहीं है, बिहार में यदि कांग्रेस को इस वोट बैंक का समर्थन मिल जाता है, तो कांग्रेस कई सीटों पर जीत की उम्मीद कर सकती है.
जाहिर है, यदि कांग्रेस राजस्थान में शरद यादव की पार्टी को बांसवाड़ा-डंूगरपुर सीट दे देती है, तो राजस्थान में कांग्रेस को बड़ा नुकसान नहीं होगा, लेकिन बिहार में बड़ा फायदा जरूर हो सकता है!