Lok Sabha Elections: कुछ अलग मूड में पीएम नरेंद्र मोदी, कैबिनेट मंत्रियों से नई सरकार के पहले 100 दिन और अगले पांच साल के लिए रूपरेखा तैयार करने को कहा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 17, 2024 06:33 PM2024-03-17T18:33:21+5:302024-03-17T18:34:12+5:30
Lok Sabha Elections 2024: मंत्रिमंडल ने निर्वाचन आयोग की सिफारिश राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजकर सात चरण के संसदीय चुनाव की तारीखों को अधिसूचित करने की प्रक्रिया भी शुरू की।
Lok Sabha Elections 2024: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने कैबिनेट मंत्रियों से नई सरकार के पहले 100 दिन और अगले पांच साल के लिए एक रूपरेखा तैयार करने को कहा। सूत्रों ने यह जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने आज सुबह यहां केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंत्रियों से अपने-अपने मंत्रालयों के सचिवों और अन्य अधिकारियों से मुलाकात कर इस बारे में चर्चा करने के लिए कहा कि नयी सरकार के पहले 100 दिन और अगले पांच साल के एजेंडे को बेहतर ढंग से कैसे लागू किया जा सकता है। यह बैठक निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के एक दिन बाद हुई है। मंत्रिमंडल ने निर्वाचन आयोग की सिफारिश राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजकर सात चरण के संसदीय चुनाव की तारीखों को अधिसूचित करने की प्रक्रिया भी शुरू की।
पहले चरण के तहत 19 अप्रैल को 102 सीट पर मतदान के लिए पहली अधिसूचना 20 मार्च को जारी की जाएगी। अधिसूचना जारी होने के साथ ही उस चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाती है। तीन मार्च को प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में ‘‘विकसित भारत : 2047’’ के लिए दृष्टि पत्र और अगले पांच वर्ष के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना पर मंथन किया गया था।
उस बैठक में, मई में नयी सरकार के गठन के बाद तुरंत उठाए जाने वाले कदमों के लिए 100 दिवसीय एजेंडे और उसके शीघ्र क्रियान्वयन के बारे में चर्चा की गई थी। सूत्रों ने तब कहा था कि ‘‘विकसित भारत’’ के लिए ‘रोडमैप’ दो साल से अधिक की गहन तैयारी का परिणाम है।
सूत्रों ने कहा था कि मंत्रालयों और राज्य सरकारों, शिक्षाविदों, उद्योग संगठनों, नागरिक संस्थाओं, वैज्ञानिक संगठनों के साथ व्यापक परामर्श तथा युवाओं के सुझावों को समाहित करते हुए ‘‘सरकार का समग्र’’ दृष्टिकोण शामिल है। इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा था, ‘‘विभिन्न स्तरों पर 2,700 से अधिक बैठकें, कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित किए गए। 20 लाख से अधिक युवाओं से सुझाव प्राप्त हुए।’’