Lok Sabha Elections 2024: "मोदीजी कम से कम एक चुनाव तो बेरोजगारी, महंगाई और अपनी नीतियों पर लड़ें", प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री की दी चुनौती
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: May 15, 2024 08:02 IST2024-05-15T07:52:54+5:302024-05-15T08:02:09+5:30
प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके 10 साल के शासनकाल के लिए चुनौती पेश करते हुए कहा कि अगर उनमें साहस है तो बेरोजगारी, महंगाई और अपनी नीतियों पर चुनाव लड़कर दिखाएं।

फाइल फोटो
अमेठी:कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके 10 साल के शासनकाल के लिए चुनौती पेश करते हुए कहा कि अगर उनमें साहस है तो बेरोजगारी, महंगाई और अपनी नीतियों पर चुनाव लड़कर दिखाएं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार उत्तर प्रदेश के अमेठी में बीते मंगलवार को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, ''मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देती हूं कि वो एक चुनाव बेरोजगारी, महंगाई और अपनी नीतियों पर लड़ें। एक बार जनता को बताएं कि उन्होंने गरीबों के लिए, मजदूरों के लिए, आम आदमी के लिए क्या किया है। वो कुछ भी नहीं बता पाएंगे क्योंकि उन्होंने कुछ भी नहीं किया है।”
प्रधानमंत्री पर आरोपों के हमले को और तेज करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, "इस देश की सच्चाई ये है कि देश में जो राजनीति हावी है, वो झूठ की राजनीति है। वो झूठ बोलते हैं और हर जगह जाकर हिंदू-मुसलमान करते हैं। मोदीजी आप भगवान के नाम पर लोगों से वोट मांग रहे हैं लेकिन भगवान के नाम पर काम नहीं किया है।''
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने आगे कहा, "अगर आज भगवान राम भी लोगों के सामने खड़े होते तो वो भी कहते कि मेरे नाम पर वोट मत करना। भगवान कहते मेरे नाम पर वोट मत करो, बल्कि वोट मांगने वाले से पूछो कि उसने तुम्हारे लिए क्या किया है।"
इससे पहले मंगलवार को इसी रैली में प्रियंका गांधी ने जनता से किए वादे पूरे नहीं करने को लेकर पीएम मोदी की आलोचना की थी और कहा था कि उनके बड़े-बड़े वादे, जमीन पर कुछ भी नहीं हैं।
प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, ''बीजेपी का इतिहास भी यही है, 'बड़े-बड़े वादे, ज़मीन पर कुछ नहीं'। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़े-बड़े वादे किए। उन्होंने कहा था कि दो करोड़ नौकरियां देंगे, उन्होंने कहा था कि किसानों की आय दोगुनी कर देंगे, उन्होंने कहा था कि वह काला धन वापस लाएंगे और आपके बैंक खातों में 15 लाख रुपये जमा करेंगे, लेकिन सच्चाई यह है कि मेरी बहनें महंगाई का सामना करने में सक्षम नहीं हैं। मेरे किसान भाई जानते हैं कि खेती से होने वाली आय से वे परिवार का पालन-पोषण नहीं कर सकते।"