Lok Sabha Elections 2024: "मोदी 2014 में 'आशा' लेकर आए, 2019 में 'विश्वास' लेकर आए, अब 2024 में 'गारंटी' लेकर आएंगे", प्रधानमंत्री ने असम में कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: April 17, 2024 14:21 IST2024-04-17T14:19:22+5:302024-04-17T14:21:48+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में कहा कि आज पूरे देश में मोदी की गारंटी चल रही है और नॉर्थ ईस्ट खुद मोदी की गारंटी का गवाह है। जिस नॉर्थ-ईस्ट को कांग्रेस ने सिर्फ समस्याएं दीं, उसे बीजेपी ने संभावनाओं का स्रोत बना दिया है।

फाइल फोटो
नलबाड़ी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को असम के नलबाड़ी में 'जय श्री राम' के नारों के बीच एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए लोगों से अपने मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाने को कहा क्योंकि अयोध्या में रामलला के 'सूर्य तिलक' की रस्म चल रही थी।
प्रधानमंत्री ने कहा, ''आज रामनवमी का भी ऐतिहासिक अवसर है। 500 साल के इंतजार के बाद आखिरकार भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो गए हैं और अब से कुछ ही मिनटों में उनका जन्मोत्सव 'सूर्य तिलक' लगाकर पवित्र नगरी अयोध्या में मनाया जाएगा।''
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार पीएम मोदी ने कहा, "भगवान राम का यह जन्मदिन 500 वर्षों के बाद आया है, जब उन्हें अपने घर में अपना जन्मदिन मनाने का सौभाग्य मिला है। आइए अपने मोबाइल फोन का टॉर्च जलाएं और रामलला के 'सूर्य तिलक' के अनुष्ठान में भाग लें।"
अयोध्या में राम मंदिर में आज दोपहर के समय एक अनोखी घटना देखी गई जब राम नवमी के अवसर पर राम लला की मूर्ति के माथे का सूर्य की किरण से अभिषेक किया गया, जिसे 'सूर्य तिलक' के नाम से जाना जाता है। राम मंदिर में दर्पण और लेंस से जुड़ी एक विस्तृत प्रणाली के माध्यम से राम लला का "सूर्य तिलक" किया गया।
मंदिर ट्रस्ट ने इस घटना को हासिल करने के लिए आईआईटी रूड़की के वैज्ञानिकों की एक टीम नियुक्त की थी। दर्पण और लेंस के संयोजन का उपयोग करके सूर्य की रोशनी को मूर्ति के माथे पर सटीक रूप से निर्देशित किया गया था। यह ठीक दोपहर 12 बजे लगभग तीन मिनट के लिए किया गया। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उद्घाटन किए गए नए मंदिर में राम मूर्ति की प्रतिष्ठा के बाद यह पहला राम नवमी उत्सव है।
रामनवमी के महापर्व के बीच पीएम मोदी ने भाजपा के लिए प्रचार करते हुए नलबाड़ी में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। इस मौके पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भी मौजूद थे।
पीएम मोदी ने समावेशी विकास के प्रति भाजपा सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 70 साल से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा देने की बीजेपी की गारंटी है। पीएम मोदी ने कहा, "मोदी ने गारंटी दी है कि 70 साल से ऊपर के सभी बुजुर्गों को आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। मोदी बिना किसी भेदभाव के उनके इलाज का ख्याल रखेंगे।"
उन्होंने कहा, "जब मोदी 2014 में आए, तो वह अपने साथ आशा लेकर आए! जब मोदी 2019 में आए, तो वह अपने साथ विश्वास लेकर आए! जब 2024 में मोदी यहां आएंगे, तो वह अपने साथ गारंटी लेकर आएंगे। मोदी की गारंटी का मतलब है 'गारंटी के पूरे होने की' गारंटी''।
वहीं विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस जो 60 साल में नहीं कर पाई, वो बीजेपी ने 10 सालों में करके दिखा दिया है। उन्होंने कहा, "आज पूरे देश में मोदी की गारंटी चल रही है और नॉर्थ ईस्ट खुद मोदी की गारंटी का गवाह है। जिस नॉर्थ-ईस्ट को कांग्रेस ने सिर्फ समस्याएं दीं, उसे बीजेपी ने संभावनाओं का स्रोत बना दिया है। कांग्रेस ने अलगाववाद को हवा दी और मोदी ने शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किए। कांग्रेस जो 60 साल में नहीं कर सकी, वह मोदी ने 10 साल में कर दिखाया।''
प्रधानमंत्री ने कहा, "बीजेपी सबका साथ, सबका विकास के मंत्र पर चलने वाली पार्टी है। एनडीए सरकार की योजनाओं में कोई भेदभाव नहीं है, सभी को उनका लाभ मिलता है। अब एनडीए ने देश के हर नागरिक तक पहुंचने और उन्हें लाभ पहुंचाने का फैसला किया है। अगले 5 साल में गरीबों के लिए 3 करोड़ और नए घर बनाए जाएंगे और बिना किसी भेदभाव के सभी को मिलेंगे।''
रैली में प्रधानमंत्री ने पारंपरिक वाद्ययंत्र 'नगाड़ा' पर भी हाथ आजमाया। नलबाड़ी दर्रांग-उदलगुरी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जो पूर्ववर्ती मंगलदाई सीट से परिसीमन द्वारा नव निर्मित सीटों में से एक है। इस सीट पर भाजपा के मौजूदा सांसद दिलीप सैकिया का मुकाबला भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के माधब राजबंशी से है। असम की 14 सीटों के लिए लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से तीन चरणों में होंगे।
असम में इस लोकसभा चुनाव में भाजपा 14 में से 11 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि उसकी सहयोगी पार्टियां असम गण परिषद (एजीपी) दो सीटों (बारपेटा और धुबरी) और यूपीपीएल एक सीट (कोकराझार) पर चुनाव लड़ रही हैं। वहीं कांग्रेस और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) दोनों ने तीन-तीन सीटों का दावा किया है। 2019 के चुनावों के दौरान भाजपा ने अपनी सीटों की संख्या बढ़ाकर 9 कर ली, जबकि कांग्रेस ने अपनी तीन सीटें बरकरार रखीं और एआईयूडीएफ ने एक सीट जीती है।