नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी की लड़ाई में इंडिया ब्लॉक फंसा, सीटों के बंटवारे को लेकर जम्मू कश्मीर में पेंच
By सुरेश एस डुग्गर | Published: March 9, 2024 11:02 AM2024-03-09T11:02:50+5:302024-03-09T11:04:40+5:30
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला के यह कहने के कुछ घंटों बाद कि आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पीडीपी के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने गेंद कांग्रेस के पाले में फेंक दी है।
जम्मू: जम्मू कश्मीर में लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर इंडिया ब्लाक नेशनल कांफ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की लड़ाई के बीच फंस गया है। हालांकि इंडिया ब्लाक के नेताओं का कहना है कि मामला जल्द सुलझा लिया जाएगा पर नेकां और पीडीपी के रूख को देखते हुए यह संभव नहीं लग पा रहा है। नतीजतन विधानसभा चुनावों के दौरान होने वाले संभावित गठबंधन पर भी इस लड़ाई का साया आन पड़ा है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला के यह कहने के कुछ घंटों बाद कि आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पीडीपी के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने गेंद कांग्रेस के पाले में फेंक दी है। उसने यह घोषणा भी की है कि वह पार्टी से परामर्श करने के बाद निर्णय लेंगी। दरअसल नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव से पहले पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ सीट बंटवारे के समझौते पर सहमत नहीं होंगे और उनकी यह घोषणा विपक्षी इंडिया गुट के लिए एक झटका है।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर में सभी तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का एकतरफा निर्णय लेने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस की आलोचना भी की है और नेकां पर पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकर डिक्लेरेशन (पीएजीडी) को एक "मजाक" में बदलने का आरोप लगाया है। जानकारी के लिए पीएजीडी पांच राजनीतिक दलों का गठबंधन है जो जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति की बहाली की मांग कर रहा है, जिसे केंद्र ने 2019 में रद्द कर दिया था।
अब 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए बातचीत कथित तौर पर अनंतनाग सीट के लिए पीडीपी की मांग पर रुकी हुई है, जो वर्तमान में नेकां के पास है लेकिन 2004 और 2014 में महबूबा मुफ्ती ने जीती थी। हालांकि इसे 1998 में पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद ने भी जीता था जब वह कांग्रेस के साथ थे। हालांकि जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुलाम नबी मोंगा कहते थे कि आगामी संसदीय चुनावों के लिए जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत जारी है।वे दावा करते थे कि जम्मू-कश्मीर में इंडिया ब्लॉक के सदस्यों के बीच कोई असहमति नहीं है।
जानकारी के लिए जम्मू-कश्मीर में पांच लोकसभा सीटें हैं जिनमें दो जम्मू क्षेत्र से हैं, जबकि एक लद्दाख में है। पिछले चुनावों में, नेकां ने कश्मीर में सभी तीन सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा ने जम्मू की दो सीटें और लद्दाख की एकमात्र सीट हासिल की थी।