Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेस एग्जिट पोल टीवी डिबेट में नहीं लेगी हिस्सा, बताया इसके पीछे का ये कारण
By रुस्तम राणा | Updated: May 31, 2024 20:46 IST2024-05-31T20:46:13+5:302024-05-31T20:46:13+5:30
एग्जिट पोल पूर्वानुमान शनिवार को शाम को सभी चुनाव खत्म होने के आधे घंटे बाद प्रकाशित होने लगेंगे। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि पार्टी ने 4 जून को वास्तविक परिणाम आने से पहले अटकलों और बहस में शामिल नहीं होने का फैसला किया है।

Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेस एग्जिट पोल टीवी डिबेट में नहीं लेगी हिस्सा, बताया इसके पीछे का ये कारण
नई दिल्ली:कांग्रेस ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह 1 जून को टेलीविजन चैनलों पर किसी भी एग्जिट पोल बहस में हिस्सा नहीं लेगी। एग्जिट पोल पूर्वानुमान शनिवार को शाम को सभी चुनाव खत्म होने के आधे घंटे बाद प्रकाशित होने लगेंगे। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि पार्टी ने 4 जून को वास्तविक परिणाम आने से पहले अटकलों और बहस में शामिल नहीं होने का फैसला किया है।
पवन खेड़ा ने एक्स पर लिखा, "मतदाताओं ने अपना वोट डाल दिया है और उनका फैसला सुरक्षित है। नतीजे 4 जून को आएंगे। उससे पहले, हमें टीआरपी के लिए अटकलों और बहस में शामिल होने का कोई कारण नहीं दिखता। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एग्जिट पोल्स पर बहस में भाग नहीं लेगी। किसी भी बहस का उद्देश्य लोगों को सूचित करना होना चाहिए। हम 4 जून से बहस में खुशी से भाग लेंगे।"
पवन खेड़ा ने बाद में एएनआई से बात करते हुए कहा, "अटकलें लगाने का क्या मतलब है? चैनलों की टीआरपी बढ़ाने के लिए हमें बेमतलब की अटकलों में क्यों उलझना चाहिए? कुछ ताकतें हैं जो सट्टेबाजी में शामिल हैं। हमें इसका हिस्सा क्यों बनना चाहिए? हर कोई जानता है कि उसने किसे वोट दिया है। पार्टियों को 4 जून को पता चल जाएगा कि उन्हें कितने वोट मिले। हमें अटकलें क्यों लगानी चाहिए?.. हम इस चुनाव को जीतने के लिए तैयार हैं। 4 जून के बाद भारत गठबंधन सरकार बनाएगा।"
आगामी एग्जिट पोल डिबेट्स में पार्टी द्वारा भाग ना लिये जाने के निर्णय पर हमारा वक्तव्य :
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) May 31, 2024
मतदाताओं ने अपने मत दे दिया है एवं मतदान के परिणाम मशीनों में बंद हो चुके हैं।
4 जून को परिणाम सबके सामने होंगे। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की नज़रों में परिणाम घोषित होने से पहले किसी भी…
एग्जिट पोल, वोट डालने के बाद मतदाता द्वारा कही गई बातों पर आधारित पूर्वानुमान होते हैं। चुनाव आयोग ने शनिवार शाम 6.30 बजे तक एग्जिट पोल की भविष्यवाणियां प्रकाशित करने पर रोक लगा दी है। भारत में एग्जिट पोल की शुरुआत 1957 में हुई थी। एजेंसियां, पोलस्टर, चुनाव विश्लेषक एग्जिट पोल के नतीजे तैयार करते हैं और पिछले कुछ सालों में एग्जिट पोल मतगणना के दिन से पहले काफ़ी प्रतीक्षित कार्यक्रम बन गया है।
टेलीविज़न चैनल एग्जिट पोल के पूर्वानुमानों पर बहस करते हैं, जहाँ राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त प्रवक्ता एग्जिट पोल के आंकड़ों पर बहस करते हैं। इस बार, कांग्रेस ने एग्जिट पोल की बहस में हिस्सा नहीं लेने का फ़ैसला किया। भारत के चुनावी इतिहास में एग्जिट पोल के सफल और असफल होने के कई उदाहरण हैं।
2019 में एग्जिट पोल ने एनडीए को करीब 285 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था, लेकिन एनडीए ने 353 सीटें जीतीं। एग्जिट पोल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम के विधानसभा चुनावों के नतीजों का अनुमान लगाएगा।