फूलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे सीएम नीतीश!, जदयू सांसद, विधान पार्षद और मंत्री कर रहे हैं सियासी जमीन तैयार
By एस पी सिन्हा | Published: December 13, 2023 04:40 PM2023-12-13T16:40:19+5:302023-12-13T16:42:39+5:30
Lok Sabha Elections 2024: विपक्षी पार्टियों के गठबंधन इंडिया के संयोजक बनने का सपना संजोये नीतीश कुमार अपनी धमक उत्तर प्रदेश के फूलपुर से दिखाने का मन बनाने लगे हैं।
Lok Sabha Elections 2024: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शिथिल पड़ती सियासी चाल को देखते हुए जदयू अब उन्हें राष्ट्रीय राजनीति में उतारने पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है। विपक्षी पार्टियों के गठबंधन इंडिया के संयोजक बनने का सपना संजोये नीतीश कुमार अपनी धमक उत्तर प्रदेश के फूलपुर से दिखाने का मन बनाने लगे हैं।
उनकी पार्टी जदयू भी 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री के चेहरे के तौर पर पेश करने की रणनीति पर अमल करने लगी है। सूत्रों की मानें तो पार्टी के रणनीतिकारों के द्वारा नीतीश कुमार को यूपी की उस फूलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाने की तैयारी की जाने लगी है। हालांकि अभी तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तरफ से इसपर अपनी हामी नहीं भरी गई है।
बता दें कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू फूलपुर से ही सांसद हुआ करते थे। सूत्रों की मानें तो जदयू ने नीतीश के चुनाव लड़ने के लिए फूलपुर सीट पर न सिर्फ कई स्तर पर सर्वे करा रही है। इसके साथ ही पार्टी के एक सांसद, एक विधान पार्षद और बिहार के एक मंत्री को वहां सियासी जमीन तैयार करने की ज़िम्मेदारी भी सौपी जा चुकी है।
ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उत्तर प्रदेश की फूलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गई हैं। इस मुद्दे पर जदयू के नेता अभी कुछ भी खुलकर बोलने से परहेज कर रहे हैं। लेकिन जिस तरह से वाराणसी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रम का तैयारी की जा रही है, वह इस बात का संकेत देने लगा है कि जदयू अपनी ओर से तैयारी शुरू कर दी है।
यही नहीं बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार लगातार वहां कैंप कर लोगों को गोलबंद करने का प्रयास करने में जुटे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फूलपुर से चुनाव लड़ने की संभावना पर पूछे जाने पर श्रवण कुमार कहते हैं कि इसका फैसला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ही लेना है, अभी ऐसी कोई बात नही है।
यूपी के प्रभारी के नाते मैं यहां पार्टी के विस्तार में जुटा हूं। अभी वाराणसी में होने वाली रैली में लाखों लोगों के भाग लेने की संभावना है। यहां के लोग अपने नेता को देखने और सुनने को बेताब हैं। 24 दिसंबर को नीतीश कुमार की पहली जनसभा बनारस के रोहनिया में हो रही है। यह एक शुरुआत होगी।
इसके बाद झारखंड के साथ-साथ मुख्यमंत्री हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र आदि राज्यों में भी रैलियां करेंगे। वहीं, जानकारों का मानना है कि नीतीश कुमार फूलपुर सीट से चुनाव लड़कर न सिर्फ खुद को विपक्ष का सबसे मजबूत चेहरा साबित कर सकेंगे।
बल्कि वह पीएम मोदी को सीधी टक्कर देने की भी जुगत में रहेंगे। पार्टी सूत्रों की मानें तो इंटरनल सर्वे में यह बात सामने आई है कि नीतीश कुमार के फूलपुर से चुनाव लड़ने पर विपक्ष को दो दर्जन से ज़्यादा सीटों पर सीधा फायदा होगा, जबकि यूपी समेत उत्तर भारत की तमाम सीटों पर इसका असर देखने को मिलेगा।