लोकसभा चुनाव 2019: वायनाड लोकसभा सीट पर है कांग्रेस का दबदबा, इस बार राहुल गांधी है चुनावी मैदान में
By स्वाति सिंह | Published: March 31, 2019 12:25 PM2019-03-31T12:25:48+5:302019-03-31T14:50:46+5:30
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दो सीटों से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। रविवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी और प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इसकी घोषणा की।
केरल का वायनाड एक अलग जिले के रूप में 1 नवंबर 1980 को अस्तित्व में आया। इससे पहले ये कोझिकोड और कन्नूकर में था। केरल के इस जिले की सीमाएं कर्नाटक और तमिलनाडु से मिलती हैं। केरल कांग्रेस का निमंत्रण स्वीकार करते हुए पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने वायनाड से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। फिलहाल इस सीट पर कांग्रेस के एमआई शनावास का कब्ज़ा है।
वायनाड लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का परिचय
वायनाड लोकसभा सीट में शामिल सात विधानसभा क्षेत्रों मेंमनथवाड़ी, कलपेट्टा, सुल्तान बाथरी, थिरुवंबडी, निलांबर, वंडूर, इनराड शामिल हैं। चुनाव आयोग द्वारा 2009 में जारी आंकड़े बताते हैं कि वायनाड की कुल आबादी 1827651 है। इस सीट पर लोकसभा सीट में कुल 1249420 मतदाता हैं। जिसमे पुरुष मतदाताओं की संख्या 614822 है और महिलाओं की संख्या 634598 है।
यहां पर ग्रामीण आबादी 93.15 फीसदी है, जबकि 6.85 फीसदी लोग शहर में रहते हैं। वहीं, बाते लोकसभा चुनाव में यहां कुल 73 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। यह सीट शुरूआत से ही कांग्रेस का गढ़ रही है। यहां की प्रमुख राजनीतिक पार्टियां हैं कांग्रेस, सीपीआई, बीजेपी, एसडीपीआई, डब्लूीपीआई और आप हैं।
लोकसभा चुनाव 2014 का रिपोर्ट
लोकसभा चुनाव 2014 में कांग्रेस ने प्रदेश महासचिव एमआई शनावास जीते थे। उन्होंने सीपीआई उम्मीादवार पीआर सत्यन मुकरी को 20,870 वोटों से हराया था। एमआई शनावास 3,77,035 वोट मिले थे। जबकि, सीपीआई पार्टी के पीआर सत्यन मुकरी को 356165 वोट मिले थे।
2009 लोकसभा चुनाव में भी वायनाड लोकसभा सीट से कांग्रेस ने प्रदेश महासचिव एमआई शनावास विजयी हुए थे। एमआई शनावास को 410703 वोट मिले थे। वहीं, सीपीआई कैंडिडेट एडवोकेट एम रहमतुल्ला 268956 वोटों के साथ दूसरे पायदान पर रहे।
वर्तमान सांसद एमआई शनावास: एक परिचय
वायनाड लोकसभा सीट पर सांसद कांग्रेस के एमआई शनावास थे। ये केरल प्रदेश कांग्रेस के महासचिव थे। एमआई शनावास केरल स्टूडेंट्स यूनियन के जरिए राजनीति में आए थे। उन्होंने युवा कांग्रेस और सेवा दल के लिए भी काम किया था। लेकिन पिछले साल नवंबर में शनावास के निधन के बाद से ही यह सीट खाली है। हालांकि, कांग्रेस राज्य में जिन दो सीटों पर जीत को लेकर 100 फीसदी आश्वस्त है वह एर्णाकुलम और वायनाड ही हैं।
एमआई शनावास अपने पीछे अपनी पत्नी के अलावा एक बेटे और एक बेटी को छोड़ गए हैं। एमआई शनावास एर्णाकुलम से एमए एलएलबी की पढ़ाई की थी। शानवास को पिछले पांच साल में सांसद निधि के तहत ब्याज सहित कुल 18.81 करोड़ रुपये मिले जिसमें से उन्होंने 15.84 करोड़ रुपये खर्च किए।