मुरली मनोहर जोशी ने EC को लिखी चिठ्ठी, कहा- सोशल मीडिया पर चल रहे फेक पत्र की होनी चाहिए जांच
By स्वाति सिंह | Updated: April 15, 2019 14:08 IST2019-04-15T14:03:08+5:302019-04-15T14:08:53+5:30
मुरली मनोहर जोशी के नाम से एक चिठ्ठी शनिवार से सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। लालकृष्ण आडवाणी के नाम कानपुर से लिखी इस चिट्ठी में लोकसभा चुनाव में बीजेपी की संभावनाओं का जिक्र है। हालांकि, शनिवार को ही जोशी के ऑफिस ने यह साफ कर दिया था कि यह फेक चिट्ठी है।

लालकृष्ण आडवाणी के नाम कानपुर से लिखी इस चिट्ठी में लोकसभा चुनाव में बीजेपी की संभावनाओं का जिक्र है।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सांसद मुरली मनोहर जोशी ने सोमवार को चुनाव आयोग को सोशल मीडिया पर चल रहे फेक पत्र को लेकर जांच की मांग की है।उन्होंने यह पत्र मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को लिखा है।
दरअसल, मुरली मनोहर जोशी के नाम से एक चिठ्ठी शनिवार से सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। लालकृष्ण आडवाणी के नाम कानपुर से लिखी इस चिट्ठी में लोकसभा चुनाव में बीजेपी की संभावनाओं का जिक्र है। हालांकि, शनिवार को ही जोशी के ऑफिस ने यह साफ कर दिया था कि यह फेक चिट्ठी है। उन्होंने ऐसी कोई चिट्ठी नहीं लिखी है।
Senior BJP leader Murli Manohar Joshi writes to Chief Election Commissioner Sunil Arora seeking investigation into the fake letter circulating on social media in his(MM Joshi) name pic.twitter.com/4Oe3RBmkjq
— ANI (@ANI) April 15, 2019
इस चिट्ठी पर समाचार एजेंसी एएनआई का लोगो भी लगा है। इसके कारण सोशल मीडिया पढ़ने के बाद लोगों ने सच मान लिया। उधर, समाचार एजेंसी एएनआई ने भी इस चिठ्ठी फेक होने की पुष्टि की है।
बीते दिनों कांग्रेस के यहां से एक कथित चिट्टी वायरल हुई थी। जिसके अनुसार कांग्रेस ने गृह मंत्रालय को लेटर लिखकर राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए थे। एएनआई द्वारा जारी किए गए कथित शिकायती पत्र में कहा गया था कि जब बुधवार को जब राहुल गांधी अमेठी में चुनाव के लिए नामांकन करने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे उस दौरान हरे रंग गी लेज़र लाइट से उनके सिर पर सात बार टारगेट किया गया था।
कथित पत्र में गृह मंत्री राजनाथ सिंह से राहुल गांधी की सुरक्षा से संबंधित प्रोटोकॉल को और सख्त करने की मांग की गई थी। राजनाथ सिंह को भेजे पत्र पर अहमद पटेल, जयराम रमेश और रणदीप सिंह सुरजेवाला के हस्ताक्षर भी दिखाए गए थे। एएनआई द्वारा चलाए गए पत्र में पूर्व पीएम राजीव गांधी ओअर इंदिरा गांधी की हत्या का भी जिक्र किया गया था।