लोकसभा चुनाव 2019: बिहार में महागठबंधन की बढ़ी मुश्किलें, कांग्रेस के दिग्गज नेता शकील अहमद हो सकते बागी
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 11, 2019 02:47 AM2019-04-11T02:47:17+5:302019-04-11T02:48:59+5:30
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता डा. शकील अहमद मधुबनी से चुनाव लड़ सकते हैं. विश्वस्त सूत्रों के अनुसार शकील अहमद 16 अप्रैल को मधुबनी से नामांकन दाखिल कर सकते हैं.
बिहार में महागठबंधन की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही है. सूत्रों की अगर मानें तो मधुबनी लोकसभा सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डा. शकील अहमद निर्दलीय चुनाव लडने की तैयीरा में हैं. ऐसे में अब कांग्रेस और महागठबंधन के उम्मीदवार के बीच मधुबनी लोकसभा सीट पर फ्रेंडली फाइट हो सकती है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता डा. शकील अहमद मधुबनी से चुनाव लड़ सकते हैं. विश्वस्त सूत्रों के अनुसार शकील अहमद 16 अप्रैल को मधुबनी से नामांकन दाखिल कर सकते हैं. इसके लिए उन्होंने मधुबनी निर्वाचन आयोग से एनआर (नाजिर रसीद) कटवा लिया है.
खबर है कि उन्होंने अपने नाम से ही ये एनआर कटवाया है. बता दें कि नामांकन से पहले किसी भी उम्मीदवार को एनआर कटवाना पडता है. इसके लिए चुनाव आयोग की ओर से निर्धारित शुल्क जमा करवाना पडता है. कहा जा रहा है कि अगर कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव नहीं लडे तो वह स्वतंत्र रूप से नामांकन दाखिल कर सकते हैं. मधुबनी से महागठबंधन ने विकासशील इंसान पार्टी की ओर से बद्री पूर्वे को उम्मीदवार बनाया है. वहीं कांग्रेस के विधायक अमित टुन्ना ने भी फ्रेंडली फाइट की वकालत की है.
उन्होंने कहा कि शिवहर में कार्यकर्ताओं के बीच नाराजगी है और पार्टी कहे तो वे चुनाव लडने को तैयार हैं. बता दें कि झारखंड की चतरा सीट पर भी कांग्रेस और राजद के बीच फ्रेंडली फाइट हो रही है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद महागठबंधन के इस फैसले से नाराज चल रहे है और इसी कडी में वो मधुबनी लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड]ने की तैयारी कर रहे हैं.