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बिहार: महागठबंधन में एक बार फिर सिर फुटौव्वल की स्थिति, बागी बन रहे वजह

By एस पी सिन्हा | Updated: May 1, 2019 05:35 IST

पांचवें चरण में मधुबनी सीट पर वीआइपी पार्टी के प्रत्याशी बद्री पूर्वे के खिलाफ कांग्रेस के बागी शकील अहमद ने ताल ठोक रहे हैं. कांग्रेस के तमाम मान-मनौव्वल के बाद शकील मधुबनी में मैदान से नहीं हटे.

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महागठबंधन में एक बार फिर सिरफुटौव्वल शुरू हो गई है. कांग्रेस के खिलाफ वीआइपी (विकासशील इंसान पार्टी) ने मोर्चा खोलते हुए पांचवें चरण का बदला सातवें चरण में पटना साहिब सीट पर लेने के लिए कमर कस ली है. सातवें चरण के नामांकन के आखिरी दिन पटना साहिब सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ महागठबंधन में शामिल वीआइपी पार्टी ने रीता देवी को मैदान में उतार दिया है.

दरअसल, पांचवें चरण में मधुबनी सीट पर वीआइपी पार्टी के प्रत्याशी बद्री पूर्वे के खिलाफ कांग्रेस के बागी शकील अहमद ने ताल ठोक रहे हैं. कांग्रेस के तमाम मान-मनौव्वल के बाद शकील मधुबनी में मैदान से नहीं हटे. यही नही महागठबंधन के बागी हीं अपनी ही पार्टियों के लिए सिरदर्द बने हैं. इसी कडी में एक नाम है पूर्व सांसद लवली आनंद का. वह कांग्रेस में होते हुए भी कांग्रेस और महागठबंधन के प्रत्याशियों को हराने के लिए वोट मांग रही हैं. इतना ही नहीं वह खुलकर एनडीए के पक्ष में लोगों को मतदान करने के लिए उत्साहित भी करने में लगी हैं. सहरसा में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि महागठबंधन को हर फेज में हराने के लिए वह काम करेंगी. कांग्रेस की बागी नेता ने दावा किया कि चौथे चरण में भी महागठबंधन की हार सुनिश्चित है. वह और उनके समर्थक मुंगेर से राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह की मदद किया है. उन्होंने दावा किया कि मुंगेर से महागठबंधन की प्रत्याशी की हार होगी और जदयू के ललन सिंह भारी मतों के अंतर से जीतेंगे. लवली आनंद ने यह भी दावा किया कि सुपौल, मधेपुरा, मोतिहारी और शिवहर में भी महागठबंधन की हार होगी. उन्होंने कहा कि शिवहर के लोगों के साथ न्याय नहीं हुआ है, वहां मैंने मेहनत की थी. लोगों के बीच समय दिया था और ऐन मौके पर मेरा टिकट कट गया और पैराशूट से धनपशु आ गए. ऐसे में मैं घोषणा कर चुकी हूं कि महागठबंधन को हर फेज में हर जगह पर हराएंगे.

यहां बता दें कि पूर्व सांसद ने कहा कि 13 वर्ष से पूर्व सांसद आनंद मोहन जेल की सलाखों में बंद हैं, इसलिए उनकी रिहाई के लिए जो भी हमलोगों की मदद में आगे आएंगे, हमलोग उनका साथ देंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी हरेक मंच से हमारे कार्यकर्ताओं को मदद के लिए धन्यवाद दिया है. लवली आनंद ने कहा कि 5 जून को महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर सहरसा में आनंद मोहन की रिहाई को लेकर एक बडा आंदोलन होगा जिसमें बिहार और झारखंड से बडे पैमाने पर लोग जुटेंगे. उल्लेखनीय है कि बीते 25 जनवरी को लवली आनंद कांग्रेस में शामिल हुई थीं. जानकारी के अनुसार उन्हें पार्टी ने शिवहर से चुनाव टिकट देने का आश्वासन दिया था, लेकन यह सीट राजद के खाते में चली गई और वहां से पार्टी ने सैयद फैसल अली को टिकट दे दिया. इसके बाद से ही लवली आनंद ने बागी तेवर अख्तियार कर लिया है. हालांकि अभी उन्होंने पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है.

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